फर्जी सर्टिफिकेट वाले अफसरों को IPS प्राची सिंह ने दम भर सुनाया, बोलीं- आप लोगों को शर्म आनी चाहिए, कब तक दूसरों का हक खाते रहोगे

आईएएस पूजा खेडकर के दिव्यांग सर्टिफिकेट को लेकर शुरू हुआ विवाद कई दूसरे अफसरों को भी चपेट में ले रहा है। सोशल मीडिया पर कई अफसरों केनाम, उनकी रैंक और उनके कोटे को लेकर दावे किए जा रहे हैं कि उन्होंने फर्जी ईडब्ल्यूएस, जाति प्रमाण पत्र या फिर दिव्यांगता सर्टिफिकेट लगाकर अपनी रैंक बढ़ाई या फिर एग्जाम क्लियर करने के लिए गलत तरीकों का इस्तेमाल किया। ऐसे अफसरों को आईपीएस प्राची सिंह (IPS Prachi Singh) ने एक्स पर जमकर लताड़ा है।

‘नौकरी करनी है तो अपने दम पर करो’

आईपीएस प्राची सिंह वर्तमान में यूपी के सिद्धार्थनगर जनपद की पुलिस अधीक्षक हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा कि कई यूपीएससी कैंडिडेट EWS/PH इत्यादि का फ़र्ज़ी सर्टिफिकेट बनवाकर अनुचित लाभ लेकर सर्विस में आ रहे हैं। कुछ लोग हर प्रकार से समृद्ध होने के बावजूद भी OBC क्रीमी लेयर का भरपूर फ़ायदा उठा रहे हैं। आप लोग को शर्म आनी चाहिए। नौकरी करनी है तो अपने दम पे करो, कब तक दूसरों का हक़ खाते रहोगे।

उन्होंने आगे लिखा कि यह मेरे निजी विचार हैं। बुरा मानने की आवश्यकता नहीं है। बाक़ी जो सच है वो सच है। सरकार को गुमराह करना बंद करिए, उससे पहले तो खुद को ही गुमराह करना बंद कर दीजिए। 30 वर्षीय प्राची सिंह 2017 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं।

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उन्होंने साल 2017 में पहले ही प्रयास में यूपीएससी क्रैक कर लिया था। उनकी 154 रैंक आई थी। वह बचपन से ही एक मेधावी छात्रा रही हैं। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एलएलबी और भोपाल के एनएलआईयू से एलएलएम किया है। यही नहीं, उन्होंने एलएलएम के दौरान नेट जेआरएप की परीक्षा भी पास कर ली थी।

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