Unnao Rape Case: उत्तर प्रदेश के उन्नाव रेप मामले में दोषी करार दिए गए पूर्व भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (Kuldeep Singh Senger) को दिल्ली हाईकोर्ट की बड़ी राहत देने वाली फैसले के बाद जेल से रिहा करने के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट की तीन सदस्यीय वेकेशन बेंच ने स्पष्ट किया कि हाईकोर्ट के निर्णय के बावजूद सेंगर फिलहाल जेल से रिहा नहीं होंगे। जिसके बाद उनकी बेटियों का दर्द भरा बयान सामने आया है।
बेटी डॉ. इशिता सेंगर का एक्स पोस्ट
To
The Hon’ble Authorities of the Republic of India,I am writing this letter as a daughter who is exhausted, frightened, and slowly losing faith, but still holding on to hope because there is nowhere else left to go.
For eight years, my family and I have waited. Quietly.…
— Dr Ishita Sengar (@IshitaSengar) December 29, 2025
इस बीच कुलदीप सिंह सेंगर की बेटी डॉ. इशिता सेंगर ने सोशल मीडिया पर एक भावुक और पीड़ादायक एक्स पोस्ट साझा किया। पत्र में उन्होंने अपने परिवार के आठ साल के न्याय संघर्ष, सामाजिक और संस्थागत असमानताओं के प्रति अपनी व्यथा व्यक्त की। उन्होंने बताया कि उनके परिवार ने हमेशा कानून और संस्थाओं पर भरोसा रखा, कभी प्रदर्शन या मीडिया ट्रायल का सहारा नहीं लिया।
पहचान को ‘लेबल’ तक सीमित करने की पीड़ा
डॉ. इशिता सेंगर ने अपने पत्र में लिखा कि उन्हें केवल ‘भाजपा विधायक की बेटी’ के रूप में देखा गया, न कि एक इंसान या बेटी के रूप में। उनका कहना था कि इस तरह की पहचान ने उनकी पूरी मानवता को मिटा दिया और उन्हें अपनी बात रखने के अधिकार से वंचित किया। इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर मिली लगातार अपमानजनक और धमकियों भरी टिप्पणियों का भी जिक्र किया।
न्याय की अपील और भय का माहौल
उन्होंने यह भी कहा कि उनका परिवार चुप इसलिए रहा क्योंकि उन्हें भरोसा था कि सच की बात कानून सुनेगा। डॉ. इशिता ने बताया कि वर्षों तक प्रशासन, संस्थान और मीडिया के दरवाजे खटखटाने के बावजूद उनकी बात नहीं सुनी गई। उन्होंने मौजूदा माहौल पर चिंता जताते हुए कहा कि डर और दबाव के कारण लोग सच बोलने से डरते हैं और यह आम नागरिक की सुरक्षा के लिए चिंता का विषय है।
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न्याय की उम्मीद और निष्पक्षता की मांग
पत्र के अंत में डॉ. इशिता ने स्पष्ट किया कि वे किसी विशेष रियायत या सहानुभूति की मांग नहीं कर रही हैं। उनका केवल यही आग्रह है कि कानून बिना डर और दबाव के काम करे और तथ्यों की निष्पक्ष जांच हो। उन्होंने लिखा, ‘मैं एक बेटी हूं, जो अब भी इस देश पर विश्वास करती है। कृपया उस विश्वास को टूटने मत दीजिए।’
बड़ी बेटी ऐश्वर्या सेंगर का बयान
ऐश्वर्या सेंगर ने कहा, मेरे पिता ने अगर उस लड़की की तरफ आंख उठाकर भी देखा हो तो उन्हें फांसी दी जाए। रेप पीड़िता के चाचा हिस्ट्रीशीटर हैं, अभी तिहाड़ जेल में हैं, उनपर 17 मुकदमें हैं। मेरे चाचा पर भी हमला किया था।रेप पीड़िता के परिवार से हमारी बहुत पुरानी दुश्मनी है। इस केस से पहले की दुश्मनी है। मीडिया वाले रेप पीड़िता से एक सबूत मांग लें कि उसके साथ गलत हुआ है। रेप पीड़िता ने पहले अन्य लोगों पर केस किया, ढाई महीने बाद सोच समझकर मेरे पिता का नाम शामिल किया।















































