जयपुर (Jaipur) के माणक चौक थाने में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक बालमुकुंद आचार्य (Balmukund Acharya) और उनके समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जामा मस्जिद कमेटी के सदस्यों का आरोप है कि आचार्य और उनके समर्थक रात की नमाज के दौरान मस्जिद में घुसे और धार्मिक नारे लगाकर माहौल खराब करने की कोशिश की।
मस्जिद में घुसने और नारेबाजी का आरोप
जामा मस्जिद कमेटी के सचिव जहीर उल्लाह खान ने बताया कि शुक्रवार की रात जब लोग नमाज पढ़ रहे थे, तभी बालमुकुंद आचार्य अपने समर्थकों के साथ मस्जिद में घुसे। आरोप है कि उन्होंने मस्जिद की सीढ़ियों पर आपत्तिजनक पोस्टर भी चिपकाए और मुसलमानों के खिलाफ नारे लगाए। घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।
पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा, हालात पर कड़ी नजर
जयपुर के एडीसीपी रामेश्वर सिंह ने बताया कि शहर के संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस की तीन कंपनियां और एसटीएफ की एक कंपनी मौके पर तैनात हैं। अधिकारी फील्ड में सक्रिय हैं और स्थिति पर पैनी नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि मामले में कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
कांग्रेस विधायक रफीक खान का बयान
कांग्रेस विधायक रफीक खान ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के दौरान वे भी मस्जिद में मौजूद थे। उन्होंने कहा, “हर धर्म के लोग आतंकी हमलों के खिलाफ एकजुट हैं। मस्जिद में चप्पल पहनकर घुसने जैसा अमर्यादित व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। विधायक जैसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति से इस तरह की हरकत की उम्मीद नहीं की जाती। अगर दोष सिद्ध होता है, तो सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”
बालमुकुंद आचार्य ने आरोपों को किया खारिज
विधायक बालमुकुंद आचार्य ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट कर सफाई दी कि वे उस दिन बड़ी चौपड़ में सर्व हिंदू समाज द्वारा आयोजित जनसभा में शामिल थे। यह सभा पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि देने और पाकिस्तान व आतंकवाद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के लिए आयोजित की गई थी। उन्होंने कहा, “देश का हर नागरिक आज आक्रोशित है। आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग हो रही है।”