समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अपने झांसी दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy CM Keshav Prasad Maurya) पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि केशव प्रसाद मौर्य नौकरी कर रहे हैं। वह डिप्टी सीएम नहीं, असिस्टेंट मिनिस्टर हैं। असिस्टेंट मिनिस्टर वही कहेगा, जो मुखिया कहेगा। वह अपनी मर्जी से कुछ नहीं बोल सकते। अकेले में जरूर कहते हैं कि पिछड़ों के साथ अन्याय हो रहा है। पिछड़े मारे जा रहे हैं। वह पिछड़ों को हक और अधिकार नहीं दिला सकते।
सपा चीफ अखिलेश यादव ने कहा कि एक वीसी के खिलाफ इतनी जांच एसटीएफ कर रही है। उसे कौन बचा रहा है। उसके बारे में मौर्य नहीं बोलेंगे क्योंकि वह जानते हैं कि वीसी मुख्यमंत्री के खास हैं। उनके बारे में बोल दिया था, तो अभी विभाग छीना है, अगली बार कुर्सी छीन लेंगे। झांसी में भी दूसरे प्रदेश से वीसी को लगाया गया है, जो आरएसएस से जुड़े हैं।
उन्होंने कहा कि जब तक सरकार स्वीकार नहीं करेगी कि भ्रष्टाचार है। तब तक भ्रष्टाचार खत्म नहीं होगा। मुख्यमंत्री को खुद स्वीकार करना होगा कि पुलिस वसूली कर रही है। पुलिस से कोई न्याय नहीं मांग सकता। जब तक मुख्यमंत्री खुद स्वीकार नहीं करेंगे। तब तक लॉ एंड ऑर्डर बेहतर नहीं होगा।
बता दें कि अखिलेश यादव सोमवार की दोपहर झांसी आए थे। यहां उन्होंने जेल में बंद पूर्व विधायक दीप नारायण सिंह यादव से आधा घंटे तक मुलाकात की। जेल से निकलने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि खुद मुख्यमंत्री लोगों को फंसा रहे हैं। समाजवादी पार्टी मुख्य विपक्षी पार्टी है, इसलिए सपा के कार्यकर्ताओं की पहचान कर झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। जब अफसरों से बात करते हैं तो वह कहते हैं कि हम पर दबाव है। आखिर यह दबाव किसका है। मुख्यमंत्री को इस बात का जवाब देना चाहिए।
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