झारखंड (Jharkhand) के रांची निवासी छात्रा के विवादित पोस्ट पर कोर्ट द्वारा कुरान बांटने मामले में अब छात्रा का बड़ा बयान सामने आया है. स्नातक तृतीय वर्षी की छात्रा ऋचा पटेल (Richa Patel) उर्फ़ ऋचा भारती ने कुरान (Quran) बांटने से साफ़ इंकार कर दिया है. उनका कहना है कि आज कुरान बंटवा रहे, कल को नमाज पढ़वायेंगे और फिर इस्लाम स्वीकारने को बोलेंगे. ऋचा ने कहा क्या कभी हिन्दू धर्म के खिलाफ लिखने वाले से कभी सजा के तौर पर रामायण, दुर्गा चालीसा या हनुमान पाठ करने का आदेश सुनाया गया.
हिंदी न्यूज़ चैनल जी न्यूज़ से बातचीत के दौरान ऋचा ने बताया, “काफी मुस्लिम बहुत गलत-गलत पोस्ट करते है उनपर तो कार्यवाई नहीं होती. झारखंड में तबरेज अंसारी की कथित मॉब लिंचिंग की मौत मामले में टिक-टोक कुछ मुस्लिम युवकों द्वारा बदला लेने का वीडियो बनाया गया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके बच्चे अगर बदला लें तो उन्हें आतंकवादी मत कहना. जिस पर मैंने लिखा था कि बदला लेने और आतंकवादी बनने का ख्याल सिर्फ मुसलमानों को ही क्यों आता है? कश्मीरी पंडितो को कश्मीर से निकाला गया उन्हें प्रताड़ित किया गया उनके मन में आतंकवादी बनने का ख्याल क्यों नहीं आता? मुसलमान ही आतंकवादी क्यों बनते हैं.
कोर्ट के आदेश पर ऋचा ने कहा, “मैं कुरान नहीं बाटूंगी कल को कहेंगे कि इस्लाम स्वीकार कर लो, नमाज पढ़ो. सनातन धर्म को गलत बोलने वाले कभी किसी मुस्लिम से कहा कि रामायण पढ़ो, दुर्गा चालीसा पढ़ो, हनुमान का पाठ पढ़ लो. उन्होंने कहा कि मुस्लिम लोग अल्पसंख्यक के नाम पर फायदा उठाते हैं.
दरअसल, रांची से स्नातक तृतीय वर्ष की 19 वर्षीय छात्रा ऋचा पटेल उर्फ़ ऋचा भारती पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिये मुस्लिम धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इसकी प्रतिक्रिया में अंजुमन कमेटी पिठोरिया ने उसकी पोस्ट के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. जिस पर मुक़दमा दर्ज कर ऋचा को गिरफ्तार किया गया था.
मामले की सुनवाई करते हुए ऋचा पटेल उर्फ ऋचा भारती को जेएम मनीष कुमार की अदालत से सोमवार को जमानत मिल गयी. ऋचा को सात-सात हजार रुपये के दो निजी मुचलके भरने का निर्देश कोर्ट की ओर से दिया गया. इसके अलावा उसे कुरान (Quran) की पांच प्रतियां दान करने का भी निर्देश जज ने दिया. पांच में से एक प्रति शिकायतकर्ता और बाकी चार प्रति स्कूल-कॉलेज या विश्वविद्यालय में दान करने को कहा गया है. ऋचा को अगले 15 दिन के अंदर पांचों की रशीद कोर्ट में जमा करनी होगी. यह काम उसे 15 दिनों के अंदर करना होगा.
हिंदू संगठनों समेत स्थानीय लोगों ने पुलिस के इस कदम का कड़ा विरोध किया था. उनका कहना था कि थानेदार ने बिना जांच किये ही ऋचा को जेल भेज दिया. शनिवार को स्थानीय लोगों ने ऋचा की रिहाई के लिए पुलिस स्टेशन के सामने धरना प्रदर्शन किया था.
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