कांग्रेस (Congress) सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के कार्यकाल में विदेशी गणमान्य व्यक्तियों को नेता विपक्ष से मिलने की अनुमति नहीं दी जाती। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह के दौर में यह लोकतांत्रिक परंपरा कायम थी। राहुल गांधी के अनुसार, विपक्ष के नेता का दृष्टिकोण भी वैश्विक मेहमानों तक पहुँचना चाहिए, लेकिन मौजूदा सरकार और विदेश मंत्रालय इस नियम का पालन नहीं कर रहे हैं।
कंगना रनौत का पलटवार
राहुल गांधी की टिप्पणी पर भाजपा सांसद कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने कड़ा रिएक्शन दिया। मीडिया से बातचीत में कंगना ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी पूरे देश के लिए ‘नेशनल एसेट’ थे, लेकिन राहुल गांधी की देश के प्रति भावनाएं संदिग्ध लगती हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही साजिशों और देश को अस्थिर करने की कोशिशों में राहुल की भूमिका भ्रम पैदा करती है।
कंगना की राहुल गांधी को सलाह
कंगना रनौत ने राहुल गांधी को भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यदि राहुल गांधी खुद की तुलना अटल बिहारी वाजपेयी से करना चाहते हैं, तो उन्हें बीजेपी में आना चाहिए। कंगना के अनुसार,’भगवान ने आपको जीवन दिया है, आप भी अटल जी बन सकते हैं, बस बीजेपी में शामिल हो जाइए।
थरूर का समर्थन
इसी मुद्दे पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में देश में आने वाले विदेशी गणमान्य अतिथियों को विपक्ष के नेताओं से मिलने की अनुमति देना स्वस्थ परंपरा है। थरूर ने राहुल गांधी के पक्ष का समर्थन करते हुए कहा कि ऐसी मुलाकातें भारत की विविध राजनीतिक सोच को दुनिया के सामने रखने का अवसर देती हैं।

















































