उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (Kalyan Singh) का लंबी बीमारी के बाद 21 अगस्त की देर रात निधन हो गया. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के फायर ब्रांड नेता रहे कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार कल होना है. कल्याण सिंह की गिनती बीजेपी के प्रखर हिंदुत्ववादी नेता के रूप में होती है. कल्याण सिंह राम मंदिर आंदोलन के दौरान पार्टी के यूपी में सबसे मुखर चेहरा थे.
यूपी बीजेपी ने रविवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कल्याण सिंह का वीडियो पोस्ट करके श्रद्धांजलि दी. इस दौरान पोस्ट में लिखा,’ मैंने स्पष्ट कर दिया था कि मैं कारसेवकों पर गोली नहीं चलाऊंगा, गोली नहीं चलाऊंगा, गोली नहीं चलाऊंगा… सच्चे रामभक्त श्रद्धेय स्व. कल्याण सिंह जी को भावभीनी श्रद्धांजलि’.
कल्याण सिंह अपने लंबे राजनीतिक जीवन में अक्सर सुर्खियों में रहे. विवादास्पद ढांचे के विध्वंस मामले में अदालत में लंबी सुनवाई चली. इस बीच वह राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल भी रहे. राजस्थान के राज्यपाल का कार्यकाल पूरा होने के बाद सितंबर 2019 में वह लखनऊ लौटे और फिर से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. इस दौरान उन्होंने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की विशेष अदालत के समक्ष मुकदमे का सामना किया और अदालत ने सितंबर 2020 में उनके समेत 31 आरोपियों को बरी कर दिया.
कल होगा अंतिम संस्कार
कल्याण सिंह की पार्थिव देह को अलीगढ़ ले जाया जाएगा और 23 सितंबर को नरोरा में उनका अंतिम संस्कार होगा.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुये प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है. उन्होंने 23 अगस्त को एक दिन के सार्वजनिक अवकाश की भी घोषणा की हैं. सिंह का अंतिम संस्कार 23 अगस्त को नरौरा में गंगा तट पर किया जायेगा.
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