उत्तर प्रदेश के कन्नौज (Kannauj) जनपद में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में अखिलेश यादव की मौजूदगी में मंच से सपा नेता मनोज दीक्षित द्वारा भाजपा सांसद सुब्रत पाठक (Subrat Pathak) पर दिए गए बयान का मामला तूल पकड़ रहा है। इसको लेकर सांसद सुब्रत पाठक ने बुधवार को प्रेस कांन्फ्रेंस कर सपा चीफ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि अखिलेश यादव उनकी हत्या करवाना चाहते हैं। वहीं, सांसद के इस बयान ने सियासी गलियारों में भूचाल ला दिया है।
सपा नेता ने दिया था आपत्तिजनक बयान
दरअसल, मंगलवार को कन्नौज में सपा कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया था। इसमें अखिलेश यादव सहित कई नेता मंच पर मौजूद थे। इसी दौरान सपा नेता मनोज दीक्षित ने सुब्रत पाठक पर निशाना साधते हुए आपत्तिजनक बयान दे डाला। सपा नेता ने मंच से बोलते हुए कहा कि ब्राह्मण समाज का डर यह है कि अगर खुल के वोट दे दिया तो हो सकता है कि उसपर मुकदमा दर्ज हो जाए।
एक बार फिर कन्नौज में समाजवादी पार्टी का दलित विरोधी चेहरा सामने आया है।
सपा नेता मनोज दीक्षित ने अखिलेश यादव के सामने ही भाजपा प्रत्याशी श्री सुब्रत पाठक को जान से मारने की धमकी दे डाली, इतना ही नहीं दलितों को अपमानित करने के लिए जातिसूचक शब्द प्रयोग करने से भी नहीं चूके। pic.twitter.com/q2dKMW52x9
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) April 2, 2024
सपा नेता ने कहा कि मैं अपने ब्राह्मण समाज से कहना चाहता हूं आप अकेले नहीं है आपके साथ यह मनोज दीक्षित है। इस दौरान सपा नेता ने अपनी मां की कसम खाते हुए कहा कि तेरे टुकड़े-टुकड़े ना करवा दिए तो मनोज दीक्षित नाम नहीं मेरा। वोटों के टुकड़े ना कर दिए तो कहना… तुम्हारी जमानत नहीं बचेगी। वहीं, इस बयान पर संज्ञान लेते हुए आयोग की वीडियो सर्विलांस टीम ने सदर कोतवाली में सपा नेता पर अचार संहिता उल्लंघन में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें कहा कि मंच से उन्होने भड़काऊ बयान दिया और सांसद को धमकाने की बात भी कही।
अखिलेश के सामने दी जा रही थी धमकी
अब इस मामले में सांसद सुब्रत पाठक ने बुधवार को यानी आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि अखिलेश यादव उनकी हत्या करवाना चाहते हैं। सुब्रत पाठक ने कहा कि मंच से उनकी सह पर ही सपा नेता ने मर्यादा लांघते हुए अनाप शनाप बयानबाजी की है। उन्हें जान से मारने की धमकी दी। साथ ही उनपर तमाम झूठे आरोप सपा मुखिया ने भी लगाए हैं। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें कुछ होता है तो इसके जिम्मेदार सपा मुखिया ही होंगे। अखिलेश के सामने धमकी दी जाती रही और वह ताली बजाते रहे।
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उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की कि अखिलेश के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। उनके मंच से बिना उनके इशारा किए कोई कुछ बोल ही नहीं सकता है। सुब्रत पाठक ने कहा कि 2014 में उनकी पत्नी के खिलाफ चुनाव लड़ने और 2019 में उनके कन्नौज से लड़ने की घोषणा के बाद भी मेरे आ जाने के कारण ही वह मेरी जान माल को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।
सुब्रत पाठक ने कहा कि एक तरह से कल मंच से धमकी दी गई कि मैं चुनाव न लडूं। मैं अपना पर्चा वापस ले लूं। इसके साथ ही सुब्रत पाठक में चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अखिलेश की परिवारवादी, भ्रष्टाचारी और अराजकतावादी जो राजनीति कन्नौज में जो शुरू की थी, उसके खिलाफ लड़कर आज यहां तक पहुंचा हूं। मैं डरने वाला नहीं हूं।
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