कानपुर में CMO की कुर्सी पर घमासान, असमंजस में कर्मचारी, डॉ. नेमी बोले- मेरे पास कोर्ट का ऑर्डर, उदयनाथ ने कहा- मुझे शासन ने भेजा है

9 जुलाई को कानपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (Kanpur CMO) कार्यालय में अभूतपूर्व घटनाक्रम देखने को मिला, जब एक ही टेबल पर दो-दो सीएमओ एक साथ कामकाज संभालते नजर आए। एक तरफ शासन से नियुक्त डॉ. उदयनाथ थे, तो दूसरी ओर हाईकोर्ट से स्टे ऑर्डर लेकर लौटे निलंबित सीएमओ डॉ. हरी दत्त नेमी। दोनों अधिकारी करीब चार घंटे तक ऑफिस में एक साथ बैठे रहे और अलग-अलग फाइलों पर काम करते रहे।

सीएमओ कार्यालय पहुंची चकेरी थाने की पुलिस

मामला तब और गरमा गया जब लखनऊ से निर्देश मिलने के बाद चकेरी थाने की पुलिस सीएमओ कार्यालय पहुंची, लेकिन दो अधिकारियों के बीच टकराव का समाधान नहीं हो सका। कर्मचारी यह तय नहीं कर पा रहे थे कि फाइल किस अधिकारी को दिखाएं और आदेश किससे लें।

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19 जून को डॉ. हरी दत्त नेमी को कानपुर सीएमओ पद से सस्पेंड कर दिया गया था। उनकी जगह शासन ने श्रावस्ती के अतिरिक्त सीएमओ डॉ. उदयनाथ को कानपुर नगर का सीएमओ नियुक्त किया। लेकिन 8 जुलाई को हाईकोर्ट ने इस सस्पेंशन और नए सीएमओ की नियुक्ति पर रोक लगाते हुए यूपी सरकार से एक सप्ताह में जवाब मांगा।

डॉ. नेमी ने कोर्ट में प्रमुख सचिव, डीजी हेल्थ और डॉ. उदयनाथ को पार्टी बनाया है। उनका कहना है कि सस्पेंशन पर रोक के बाद उन्होंने कानपुर दोबारा जॉइन किया है क्योंकि उनका गुजारा भत्ता इसी जगह से मिलता है। वहीं डॉ. उदयनाथ ने स्पष्ट किया कि उन्हें शासन ने कानपुर भेजा है और अब तक शासन या कोर्ट से कोई नया आदेश नहीं मिला है, इसलिए वह पद छोड़ने को बाध्य नहीं हैं।

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ऑफिस में हाई वोल्टेज ड्रामा

बुधवार सुबह 9:30 बजे जैसे ही डॉ. उदयनाथ ऑफिस पहुंचे, वहां पहले से ही डॉ. नेमी मौजूद थे। दोनों ने एक ही टेबल पर बैठकर काम किया। इसी दौरान डॉ. नेमी ने नेम प्लेट हटवा दी और उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर कर कार्यभार संभालने का दावा किया। वहीं, डॉ. उदयनाथ ने प्रमुख सचिव हेल्थ को फोन कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।

कर्मचारियों में इस विवाद को लेकर गहमागहमी बनी रही। कई लोग दोनों सीएमओ के समर्थक खेमों में बंटे दिखे। कुछ कर्मचारी डॉ. नेमी को बधाई दे रहे थे, तो कुछ डॉ. उदयनाथ की वापसी का इंतजार करते रहे।

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क्या बोले दोनों अधिकारी?

डॉ. हरी दत्त नेमी ने कहा, ‘मैंने हाईकोर्ट से स्टे लिया है, और कानपुर में फिर से जॉइन किया है। सस्पेंशन के दौरान मैंने कहीं और कार्यभार नहीं संभाला। प्रमुख सचिव को कोर्ट में पार्टी बनाया है, इसलिए उनसे मिलने नहीं गया। वहीं, डॉ. उदयनाथ ने कहा, ‘मैं शासन के आदेश से कानपुर आया हूं और कार्यभार संभाला है। अब तक मुझे शासन या कोर्ट की ओर से कोई नया निर्देश नहीं मिला है, इसलिए मैं सीएमओ पद पर काम करता रहूंगा।

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