कोरोना काल में उत्तर प्रदेश सरकार ने असहाय और गरीब तबके के लोगों का पेट भरने के लिए अपना खजाना खोल दिया। सरकार चाहती हे कि प्रदेश में कोई भी शख्स भूखे पेट न सोए। लेकिन, राशन माफियाओं की दबंगई की वजह से हर गरीब तक इसका लाभ पहुंचाना बेहद मुश्किल हो रहा है। इस बात को सच साबित करने वाला मामला कानपुर देहात (Kanpur dehat) में सामने आया है, जहां एक लड़की को कोटेदार से राशन मिलने की जानकारी लेना महंगा पड़ गया। लड़की का आरोप है कि कोटेदार (kotedar) ने उसे अपने पालतू कुत्ते से कटवाया है।
मामले की शिकायत जिले के पुलिस अधीक्षक से की गई, जिसके बाद कोटेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश जारी कर दिया गया। सूत्रों के अनुसार, पीड़ित लड़की जुलेखा ने बताया कि उसके पिता का निधन हो चुका है और घर में बूढ़ी मां और वो ही हैं। कमाई का कोई साधन नहीं है। लेकिन, योगी सरकार द्वारा गरीबों की भूख मिटाने वाली योजना से उसको लाभ मिला।
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पीड़िता ने बताया कि जब वह कोटेदार के घर राशन मिलने की जानकारी लेने गई थी। घर के अंदर कोटेदार के पति और अन्य मौजूद लोगों ने उसे अपशब्द कहे और फिर कोटेदार राधा दुबे के अपने पालतू कुत्ते को उसपर हमला करने का इशारा कर दिया। कोटेदार के कुत्ते ने उसे 4-5 जगह काटा औ वह घायल हो गई।
पीड़िता का आरोप है कि वह काफी देर तक तड़पती रही, लेकिन कोटेदार ने न ही उसे इलाज के लिए भेजा और न ही उसकी कोई मदद की। इसके बाद जब वह किसी तरह अपने घर पहुंची तो चाचा को पूरी बात बताई। जिसके बाद पीड़िता के चाचा उसे लेकर एसपी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने एसपी देहात अनुराग वत्स से कोटेदार की दबंगई की पूरी घटना बताई।
एसपी देहात ने तत्काल रूरा थाने में कोटेदार राधा दुबे के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दे दिया। उन्होंने बताया कि युवती ने कोटेदार पर आरोप लगाते हुए शिकायती पत्र दिया है, जिसमें कुत्ते से कटवाने की बात कही गई है। मामले में मुकदमा दर्ज करने के साथ ही वैधानिक कार्रवाई की जा ही है।
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