कानपुर: प्रसाद खाने से लौटी आंख की रोशनी तो जुनैद ने मां संग अपनाया सनातन धर्म, अब पत्नी व ससुरालवाले बने जान के दुश्मन

कानपुर (Kanpur) के बाबूपुरवा निवासी जुनैद (Junaid) और उसकी मां ने सनातन धर्म अपना लिया है। जुनैद ने दावा किया है कि उसकी आंख की रोशनी एक चमत्कार की वजह से लौटी है। इसके बाद उसका मन बदल गया और वह देवी-देवताओं की पूजा करने लगा, लेकिन सनातन धर्म अपनाने पर उनके ससुरालवाले ही उनकी जान के दुश्मन बन गए हैं। वे जुनैद को प्रताड़ित कर रहे हैं। ऐसे में जुनैद ने डीसीपी साउथ से मिलकर शिकायत दर्ज कराई है।

जुनैद एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। परिवार में मां मुस्तकीमा बेगम हैं। जुनैद ने बताया कि जब वह बच्चे थे, तब उन्हें आंखों से दिखाई नहीं पड़ता था। मां ने कई जगह इलाज कराया, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। ऐसे में मुस्तकीमा बेगम उसे शिवली स्थित शोभन सरकार के दरबार में ले गईं। इसके बाद धीरे-धीरे जुनैद की आंख की रोशनी वापस आ गई। इसके बाद जुनैद का मन बदला और वह पूजापाठ करने लगा। यही नहीं, उसने घर में भगवान गणेश जी की मूर्ति भी रख ली।

इस बीच 2019 में जुनैद की शादी बिंदकी निवासी युवती से हो गई। घर आने पर पत्नी को जुनैद के द्वारा पूजा-पाठ करने का पता चला तो वह विरोध करने लगी। वहीं, सास और साले ने घर आकर शिकायत की तो मां ने पूरी बात बताई। आरोप है कि इसके उसे जान से मारने की धमकी देते हुए पत्नी को लेकर चले गए।

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जुनैद का आरोप है कि एक बार ससुरालवालों ने मां को करंट लगाकर मारने की भी कोशिश की। लगातार प्रताड़ना से तंग आकर जुनैद ने बाबूपुरवा थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर उसने शुक्रवार को डीसीपी साउथ शिवाजी शुक्ला से गुहार लगाई।

जुनैद ने बताया कि उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से घर वापसी के लिए गुहार लगाई है। वह पीएम मोदी और सीएम योगी को सनातन धर्म में वापसी के लिए पत्र भी भेज चुके हैं। वहीं, इस मामले में कानपुर के डीसीपी साउथ शिवाजी शुक्ला ने बताया कि युवक ने मिलकर पूरा प्रकरण बताया है। बाबूपुरवा पुलिस को जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

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