कानपुर पिंटू निषाद मॉब लिंचिंग मामले (Kanpur Pintu Nishad Mob Lynching) को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yog Adityanath ) बेहद सख्त नजर आ रहे हैं. उन्होंने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है. सीएम ने कहा कि दोषियों पर ऐसी कार्रवाई करो कि मिसाल बने. योगी ने सभी आरोपियों पर रासुका लगाने का निर्देश दिया है. इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिंटू निषाद की मौत पर शोक व्यक्त किया है और पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है.
जानें पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, चकेरी थाना क्षेत्र के वाजिदपुर निवासी 25 वर्षीय पिंटू निषाद (Pintu Nishad) टेनरी में काम करता था. रविवार रात को वह अपने बड़े भाई दीपक और साथी संदीप के साथ कहीं जा रहा था तभी वाजिदनगर कालोनी से गुजरने के दौरान रास्ते में मोहम्मद फैज के घर के सामने फटा हुआ पानी का पाउच पड़ा था. आरोप है कि चलते हुए पिंटू का पैर पाउच पर पड़ जिससे उसकी छींटे मोहम्मद फैज के ऊपर पड़ गईं, इस फैज पिंटू को गालियां देने लगा तथा जातिसूचक शब्द भी कहे.
पिंटू ने जाति को लेकर गालियां देने पर आपत्ति जताई तो मोहम्मद फैज ने फोन कर अपने और साथियों को बुला लिया. 2 दर्जन से अधिक लोगों ने पिंटू समेत तीन लोगों पर लाठी-डंडों से हमला बोल दिया. इस दौरान जमकर पथराव हुआ. स्थानीय लोगों के बीच बचाव करने पर मामला शांत हो गया. कुछ देर बाद दोनों संप्रदाय के लोग आमने सामने आ गए और जमकर लाठी-डंडे व पथराव हुआ. जिसमें पिंटू गंभीर रूप से घायल हो गए सूचना पर पहुंची पुलिस घायल पिंटू को हैलट अस्पताल ले गई. जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पिंटू की मौत की खबर के बाद से क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है, जिसे देखते हुए क्षेत्र में पुलिसबल तैनात कर दिया गया है. पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए सरफराज आलम, मोहसिन, और मेराज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. बाकी आरोपियों की तलाश के लिए दबिश दी जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले को लेकर बेहद गंभीरता से लिया है. सीएम ने सभी आरोपियों के खिलाफ रासुका लगाने का निर्देश दिया है.
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