UP: कानपुर पुलिस कमिश्नर ने VRS के लिए किया आवेदन, BJP से लड़ सकते हैं चुनाव

 

कानपुर पुलिस कमिश्नर असीम अरुण की एक फेसबुक पोस्ट ने शनिवार शाम हड़कंप मचा दिया। दरअसल, उन्होंने अपनी पोस्ट में बताया कि उन्होंने वीआरएस के लिए आवेदन किया है। जिसके बाद पूरे पुलिस प्रशासन में तहलका मच गया है। सीपी कानपुर की पोस्ट के बाद अब अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं कि बीजेपी असीम अरुण को चुनाव लड़ने के लिए कह सकती है। उन्हें कन्नौज से प्रत्याशी बनाया जा सकता है। हालांकि अभी तक इसका आधिकारिक ऐलान तो नहीं हुआ है लेकिन टाइमिंग को देखते हुए ऐसे कयास जरूर लगाए जा रहे हैं।

कानपुर सीपी ने ली बीजेपी सदस्यता

जानकारी के मुताबिक, कानपुर पुलिस कमिश्नर ने अपनी पोस्ट में लिखा कि, “मैंने एच्छिक सेवा निवृत्ति के लिए आवेदन किया है क्योंकि अब राष्ट्र और समाज की सेवा एक नए रूप में करना चाहता हूं। मैं बहुत गौरवांवित अनुभव कर रहा हूं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुझे भाजपा की सदस्यता के योग्य समझा। मैं प्रयास करूंगा कि पुलिस बलों के संगठन के अनुभव और सिस्टम विकसित करने के कौशल से पार्टी को अपनी सेवाएं दूं और पार्टी में विविध अनुभव के व्यक्तियों को शामिल करने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल को सार्थक बनाऊं।

आगे उन्होंने कहा कि मैं प्रयास करूंगा कि महात्मा गांधी द्वारा दिए गए तिलस्म कि सबसे कमजोर और गरीब व्यक्ति के हितार्थ हमेशा कार्य करूं, आईपीएस की नौकरी और अब यह सम्मान, सब बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा अवसर की समानता के लिए रचित व्यवस्था के कारण ही संभव है। मैं उनके उच्च आदर्शों का अनुसरण करते हुए अनुसूचित जाति और जनजाति एवं सभी वर्गों के भाइयों और बहनों के सम्मान, सुरक्षा और उत्थान के लिए कार्य करूंगा। मैं समझता हूं कि यह सम्मान मुझे मेरे पिता स्वर्गीय श्रीराम अरुण एवं माता स्वर्गीय शशि अरुण के पुण्य कर्मों के प्रताप के कारण ही मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि मुझे केवल एक ही कष्ट है कि अपनी अलमारी के सबसे सुंदर वस्त्र, अपनी वर्दी को अब नहीं पहन सकूंगा। मैं साथियों से विदा लेते हुए वचन देता हूं कि वर्दी के सम्मान के लिए हमेशा सबसे आगे मैं खड़ा रहूंगा। आपको मेरी ओर से एक जोरदार सैल्यूट…”

कई जिलों की कमान संभाल चुके हैं असीम

बता दें कि ADG रैंक के असीम अरुण 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। तीन अक्टूबर 1970 को इनका जन्म बदायूं में हुआ था। इनके पिता श्री राम अरुण की गिनती भी प्रदेश के तेजतर्रार आइपीएस में होती थी। उन्होंने प्रदेश के डीजीपी का पद भी संभाला था। असीम अरुण की मां शशि अरुण जानी-मानी लेखिका हैं। इन्होंने लखनऊ के सेंट फ्रांसिस कॉलेज से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की और दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से बीएससी किया है। आईपीएस असीम अरुण ने सिविल सर्विसेज में हाथ आजमाया। इसका कारण था कि पिता इन्हें अपनी तरह आइपीएस अफसर ही बनते हुए देखना चाहते थे। आइपीएस अफसर बनने के बाद असीम अरुण धीरे-धीरे यूपी पुलिस की रीढ़ बनते गए।

वर्तमान में कानपुर के पुलिस कमिश्नर पद पर तैनात असीम अरुण Indian Police Service में आने के पश्चात उन्होंने हाथरस,बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, आगरा, अलीगढ़ और गोरखपुर में पुलिस अधीक्षक और पुलिस उपमहानिरीक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दीं। इसके बाद इन्होंने लखनऊ एटीएस में भी कार्यभार संभाला। फिलहाल अभी तक असीम अरुण यूपी 112 में अपर पुलिस महानिदेशक के पदभार पर तैनात थे। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की सुरक्षा में भी रह चुके हैं तैनात निर्भीक और शानदार प्रदर्शन के कारण असीम अरुण को देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सुरक्षा दस्ते में शामिल किया गया। उसमें वे एसपीजी के क्लोज प्रोटेक्शन टीम के हेड थे। इसके अलावा वे एसपीजी, एनएसजी और सीबीआइ में भी सेवाएं दे चुके हैं।

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