यूपी के कानपुर जिले में शुक्रवार को हुए बवाल के बाद शनिवार को हिंसा के मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया। कहा गया है कि ये ही कानपुर हिंसा का मास्टरमाइंड है। पीएफआई से संबंधित चार संस्थाओं के तमाम दस्तावेज बवाल के साजिशकर्ता हयात जफर हाशमी के पास से बरामद हुए हैं। ये वो संस्थाएं हैं, जिनको पीएफआई फंडिंग करता रहा है। कई जांच एजेंसियों की तफ्तीश में साबित हो चुका है। ऐसे में आशंका बढ़ गई है कि शायद साजिशकर्ता पीएफआई व उनसे जुड़ी संस्थाओं के लोगों से सीधे संपर्क में था। जिसके बाद पुलिस और भी ज्यादा सख्ती से मामले की परतें खोलने में जुट गई है।
पुलिस को मिले अहम सबूत
जानकारी के मुताबिक, कानपुर बवाल के बाद लखनऊ से गिरफ्तार हुए मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी के पास एआईआईसी, आरआईएफ, एसडीपीआई (सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया), सीएफआई (कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया) संस्थाओं से जुड़े दस्तावेज मिले हैं। इन चारों को पीएफआई ही फंडिंग देता है। मणिपुर, त्रिपुरा, हैदराबाद, बंगाल में ये संस्थाएं सक्रिय हैं। सीएए के खिलाफ प्रदर्शन में भी पीएफआई का नाम आया था। हयात जफर हाशमी समेत अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनके मोबाइल से कई राज से पर्दा उठा है।
उसके मोबाइल में एमएमए जौहर फैंस एसोसिएशन के नाम से बने एक व्हाट्सएप ग्रुप पर हिंसा के सबूत मौजूद हैं। एक तरफ हाशमी तीन जून की बंदी को रद्द करने का दावा कर रहा था। वहीं एसोसिएशन के व्हाट्सएप ग्रुप में किस तरह से बंदी करनी है, इसकी तैयारी चल रही थी। इससे यह साफ हो गया कि बंदी रद्द करने का ऐलान सिर्फ दिखावे के लिए किया गया था।
ये हैं चार मुख्य आरोपी
कानपुर के पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने शनिवार को बताया हयात जाफर हाशमी, जावेद अहमद खान, मोहम्मद राहिल और मोहम्मद सुफियान मुख्य रूप से साजिश में शामिल पाए गए हैं, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। ये सभी मौलाना अली जौहर फैन्स एसोसिएशन से जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्य चार आरोपियों की पुलिस पीएफआई से संबंधों को लेकर भी जांच करेगी। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी।
साथ ही इन सभी की संपत्ति भी जब्त की जाएगी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस मामले में तीन एफआईआर दर्ज की हैं। पुलिस ने अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया है। 18 आरोपियों को कल और छह लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया जा चुका है। अब तक 36 लोगों की पहचान की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अन्य संदिग्धों की पहचान की जा रही है। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
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