यूपी के कानपुर जिले में पुलिस हिरासत में एक संदिग्ध की मौत के मामले में मंगलवार को थानेदार (एसएचओ) समेत 9 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया. दरअसल, आरोप है कि मृत युवक के दोनों हाथ की कलाइयों पर रस्सी बांधने के निशान, पुलिस ने पैर के तलवों से लेकर घुटनों तक, कमर के नीचे और पीठ पर इतनी लाठियां मारी की खाल उधड़ गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने परिजनों के पुलिस कस्टडी में मौत के आरोपों की पुष्टि कर दी है। जिसके बाद अब तक 9 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, कानपुर देहात के शिवली थाने में पुलिस की पिटाई से मृतक बलवंत सिंह (27) के शव का पोस्टमॉर्टम परिजनों की मांग पर कानपुर देहात की जगह कानपुर नगर में मंगलवार रात को कराया गया। वीडियोग्राफी के साथ 3 डॉक्टर्स के पैनल ने शव का पोस्टमॉर्टम किया। शव को देखकर पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर भी सोच में पड़ गए। शरीर पर इतने चोट के निशान थे कि गिनना मुश्किल हो गया। शरीर पर बस 26 गंभीर चोटों को ही गिना गया। पिटाई से पूरा शरीर नीला पड़ गया था।
आरोप है कि परिवार के लोग शिवली थाने पहुंचे तो SOG टीम लीडर प्रशांत गौतम, उसके साथी महेश गुप्ता, मैथा चौकी इंचार्ज ज्ञान प्रकाश पांडेय, थानाध्यक्ष शिवली राजेश कुमार सिंह, रनिया थानाध्यक्ष शिवप्रकाश सिंह समेत अन्य पुलिस कर्मी लाठी-डंडे और पट्टे से पीट रहे थे। इन सभी पुलिस कर्मियों के खिलाफ शिवली थाने में हत्या की एफआईआर दर्ज की गई
एसपी ने दी जानकारी
कानपुर देहात की पुलिस अधीक्षक (एसपी) सुनीति ने बताया कि बाइक सवार अपराधियों ने छह दिसंबर को सरैया लालपुर गांव निवासी जौहरी चंद्रभान सिंह सेंगर की आंखों में मिर्च पाउडर डालकर सोने के गहने और नकदी लूट ली थी। सेंगर को उस समय लूट लिया गया जब वह बाइक से घर जा रहे थे।
उन्होंने बताया कि मामले की तफ्तीश कर रही शिवली पुलिस और विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने छानबीन करते हुए तीन लोगों अविनाश कुशवाहा, सूरज और शिवा उर्फ कल्लू को गिरफ्तार किया और पूछताछ के दौरान तीनों ने बलवंत के नाम का भी खुलासा किया था।
एसपी ने दावा किया कि सूचना मिलने पर बलवंत सिंह सोमवार को बयान दर्ज कराने के लिए खुद थाने पहुंचा और पूछताछ के दौरान उसने सीने में दर्द की शिकायत की तो उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां मंगलवार तड़के उपचार के दौरान उसका निधन हो गया।
एसपी ने कहा कि यह निर्णय लिया गया है कि पोस्टमार्टम डॉक्टरों की एक समिति से कराया जाएगा जाएगा और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की जाएगी। शिवली के थाना प्रभारी (एसएचओ) राजेश सिंह, एसओजी टीम प्रमुख रहे उप निरीक्षक प्रशांत गौतम, दो उप निरीक्षक ज्ञान प्रकाश पांडेय व संपत सिंह, चार मुख्य आरक्षी सोनू यादव, अनूप कुमार, दुर्गेश कुमार, विनोद कुमार और आरक्षी जय कुमार सहित 9 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। एसपी ने कहा कि यह कार्रवाई इसलिए की गई, ताकि पुलिसकर्मी जांच को प्रभावित न कर सकें और स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से जांच पूरी की जा सके।