उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में भाजपा की जीत का जश्न मनाने पर मुस्लिम युवक बाबर अली को पीट-पीटकर अधमरा करने और फिर उसे छत से फेंकने की सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया। इलाज के दौरान बाबर की मौत हो गई। इसके बाद अमेठी जिले में बीजेपी को वोट देने पर बेटे और बहू ने मुस्लिम महिला सैफूला को लात घूंसों से पीटा। अब कानपुर (Kanpur) के किदवई नगर की जूही लाल कालोनी में पड़ोसियों ने शकील अहमद (Shakeel Ahmad) को सिर्फ इसलिए जमकर पीटा, क्योंकि उसने विधानसभा चुनाव के दौरान अपने घर की छत पर भाजपा का झंडा लगाया।
वहीं, स्वरूप नगर में विरोधियों ने लता अग्रवाल को कार से रौंदने की कोशिश की, क्योंकि वह बीजेपी की समर्थक हैं। इन दोनों मामलों में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। किदवई नगर की जूही लाल कालोनी निवासी शकील अहमद ने विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी घर की छत पर भाजपा का झंडा लगाया था।
उन्होंने बताया कि वह 2013 से भारतीय जनता पार्टी के समर्थक हैं। पड़ोसियों ने उन्हें धमकी दी थी कि अगर मुसलमानों के साथ मिलकर नहीं चलोगे तो आंखें निकालकर सिर कलम कर दिया जाएगा। शकील के अनुसार उनके भाजपा समर्थक होने की वजह से उनके पड़ोसी शहनवाज हुसैन, राशिद हुसैन, रिजवान, भल्लू टेलर और उसका बेटा पप्पू प्लंबर विरोध करते हैं।
वहीं, स्वरूपनगर निवासी लता अग्रवाल का आरोप है कि वह स्कूटी से कहीं जा रही थीं तो उन पर सफेद रंग की इको स्पोर्ट कार चढ़ाने की कोशिश की गई। उनके मुताबिक, चुनाव के समय घर के बाहर से सपा की रैली निकल रही थी। वह बाहर खड़ी थीं। सपाइयों ने उन्हें वोट देने को कहा तो मना कर दिया। आशंका है कि उनके साथ हुई घटना उससे जुड़ी हो सकती है। भाजपा के पक्ष में प्रचार करने को ही इस हमले की वजह बताई जा रही है।
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