कानपुर में बीते 3 जून को जुमे की नमाज के बाद नई सड़क इलाके में हुई हिंसा (Kanpur Violence) के मामले में अब कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) को पत्र लिखकर उन ऊंची इमारतों पर कार्रवाई की मांग की गई है, जहां से पत्थरबाजी की गी। संयुक्त पुलिस आयुक्त की तरफ से किसान विकास प्राधिककरण को भेजे गए गोपनीय पत्र में कहा गया है कि बवाल के दौरान नई सड़क और आसप-पास के इलाकों में अवैध रूप से बनी ऊंची इमारतों से पथराव किया गया।
केडीए जल्द कर सकता है बड़ी कार्रवाई
अवैध रूप से बनी ये ऊंची इमारतें सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक हैं। ऐसे में इनकी जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की जाए। जेपीसी आनंद प्रकाश तिवारी की ओर से लिखे गए इस पत्र के बाद कहा जा रहा है कि अब इन अवैध इमारतों के खिलाफ कानपुर विकास प्राधिकरण जल्द ही बड़ी कार्रवाई कर सकता है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद नई सड़क, यतीमखाना और बेगमगंज जैसे इलाकों में संकरी गलियों के बीच बनी ऊंची-ऊंची इमारतों से पुलिस पर पथराव किया गया था। कई घंटों के बाद बवाल पर काबू पाया जा सका। इस दौरान इलाके की संकरी गलियां और ऊंची इमारतें उपद्रवियों के लिए ढाल बनीं।
मास्टरमाइंड हयात हाशमी समेत 29 गिरफ्तार
कानपुर हिंसा मामले में अबतक 36 उपद्रवियों की शिनाख्त की जा चुकी है। पुलिस 29 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें कानपुर हिंसा का मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी के अलावा जावेद अहमद खान, मोहम्मद राहिल और मोहम्मद सुफियान अहम नाम शामिल हैं। वहीं, सपा नेता का नाम लिस्ट में पांचवें नंबर पर है।
इस मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी से पूछताछ में बताया कि जानबूझकर 3 जून की तारीख तय की गई थी ताकि देश को संदेश दिया जा सके। उसका कहना था कि वह अपने मकसद में कामयाब रहा है। इस बीच एटीएस की जांच में खुलासा हुआ है कि शहर में बड़ा बवाल करने की साजिश थी। एटीएस को चेकिंग के दौरान सड़क किनारे से देशी बम भी बरामद हुए हैं।
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