कानपुर हिंसा (Kanpur Violence) के उपद्रवियों के पोस्टर शहर के चौराहों पर होर्डिंग्स के तौर पर लगाए जाएंगे। बताया जा रहा है कि पुलिस ने अब तक 100 उपद्रवियों की पहचान करते हुए उनके पोस्टर छपवाए हैं। आज इन उपद्रवियों के पोस्टर शहर के चौराहों पर लगाए जा सकते हैं। बीते तीन जून को जुमे की नमाज के बाद नई सड़क इलाके में हुए पथराव, बमबाजी और फायरिंग के मामले मं पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है।
100 बवालियों के छप गए हैं पोस्टर
हिंसा के बाद से ही पुलिस प्रत्येक वायरल वीडियो को इकट्ठा कर बवाल करने वालों की पहचान में जुटी है। जानकारी के अनुसार, अब तक 100 बवालियों की पहचान की जा चुकी है, जिनके पोस्टर भी छप गए हैं। उपद्रवियों की शिनाख्त के लिए सोशल मीडिया को भी खंगाला जा रहा है। वहीं, अन्य माध्यमों से भी उनकी पहचान करवायी जा रही है।
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आरोपियों की संपत्ति पर चलेगा बुलडोजर
पुलिस इस हिंसा के मामले में कोई कोताही नहीं बरत रही है और आरोपियों के खिलाफ मजबूत केस बनाने में जुटी है। पुलिस इस मामले में रासुका और गैंगस्टर के तहत मामले दर्ज कर आरोपियों की संपत्ति पर बुलडोजर चलवाने की भी तैयारी में जुटी है। अभी तक इस मामले में हिंसा के मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी समेत 29 लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ 100 से ज्यादा लोग हिरासत में हैं, जिनसे पूछताछ जारी है।
पेट्रोल पर किया गया सील
वहीं, पत्थरबाजी के दौरान जिन पेट्रोल बम का इस्तेमाल किया गया, उसके लिए उपद्रवियों ने बोतलों में पेट्रोल भरा था। यह तेल एक लाइसेंसी पेट्रोल पंप (Petrol Pump) से लिया गया था, जिसे प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए सील कर दिया है। यही नहीं, इस पेट्रोल पंप का लाइसेंस भी निरस्त कर दिया गया है।
जांच के बाद प्रशासन ने पंप की सीसीटीवी फुटेज पुलिस को सौंप दी हैं, ताकि हिंसा में शामिल लोगों की पहचान की जा सके। घटना से पहले वाली रात और घटना वाली सुबह (3 जून) को डिप्टी पड़ाव चौराहे के पास स्थित बीपीसीएल के रामलाल एंड संस फर्म के पेट्रोल पंप से बोतल में पेट्रोल बेचा गया था। जांच में इस बात की पुष्टि होने के बाद पंप पर कार्रवाई की गई है।
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