मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट (Karhal Seat) से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रत्याशी तेज प्रताप सिंह यादव ने सोमवार को अपना नामांकन दाखिल किया। यह सीट सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के कन्नौज से सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई थी। नामांकन के दौरान यादव परिवार की मजबूत उपस्थिति देखी गई, जिसमें अखिलेश यादव के साथ उनकी पत्नी और मैनपुरी की सांसद डिंपल यादव, आजमगढ़ से सांसद धर्मेंद्र यादव, चाचा शिवपाल यादव और सपा महासचिव रामगोपाल यादव शामिल थे।
नामांकन के साथ सपा की एकजुटता का प्रदर्शन
नामांकन प्रक्रिया के दौरान जिलाधिकारी कार्यालय में अखिलेश यादव तेज प्रताप के साथ मौजूद रहे। करहल सीट सपा का एक मजबूत गढ़ मानी जाती है, जो 1993 से लगातार पार्टी के पास है। 2002 में भाजपा के सोबरन सिंह यादव ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी, लेकिन बाद में वह सपा में शामिल हो गए थे।
#WATCH | Etawah, UP: Samajwadi Party candidate from Karhal for the upcoming by-elections to State Legislative Assembly, Tej Pratap Yadav says, "BJP is yet to find a candidate. The public has made up their mind. They are with the Samajwadi Party. Samajwadi Party will win this seat… pic.twitter.com/D5kOY0RdpF
— ANI (@ANI) October 21, 2024
भाजपा पर तीखा हमला
मीडिया से बातचीत में तेज प्रताप यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “अब तक भाजपा को अपना प्रत्याशी तक नहीं मिला है।” वहीं, रामगोपाल यादव ने कहा कि करहल में सपा की एकतरफा जीत होगी और भाजपा को अपनी जमानत बचाने की चिंता करनी चाहिए। उन्होंने भाजपा के दावों को खारिज करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने सभी 80 सीटों पर जीत का दावा किया था, लेकिन हकीकत कुछ और थी।
कांग्रेस से गठबंधन पर बयान
अखिलेश यादव ने कांग्रेस से गठबंधन के मुद्दे पर स्पष्ट किया कि बातचीत जारी है और जल्द ही दोनों दलों के बीच समझौता हो जाएगा। करहल विधानसभा का उपचुनाव सपा के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह क्षेत्र मैनपुरी लोकसभा सीट का हिस्सा है, जिसका प्रतिनिधित्व डिंपल यादव करती हैं।
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उपचुनाव का कार्यक्रम
इस उपचुनाव के लिए 13 नवंबर को मतदान होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी। करहल क्षेत्र इटावा जिले में स्थित है और सैफई से केवल चार किलोमीटर की दूरी पर है, जो अखिलेश यादव का पैतृक गांव है। इस क्षेत्र में सपा का लंबे समय से वर्चस्व रहा है, और पार्टी ने इस बार भी भारी जीत की उम्मीद जताई है।
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