नए साल को लेकर हर कोई उत्साहित रहता है. आने वाला साल हमारे जीवन के लिए कैसा रहना वाला है इसे लेकर लोगों में बहुत ज्यादा एक्साइटमेंट रहती है. साल के अंत में बढ़ते कोरोना की वजह से अब हर कोई इस चिंता में है कि नए साल में उसका समय कैसा बीतेगा? नई उम्मीदों वाले नए साल में कुल तीन ग्रहण लगेंगे, जिसमें 2 सूर्य ग्रहण और 1 चंद्र ग्रहण शामिल है. हालांकि इन दोनों सूर्य ग्रहण का भारत में कोई असर नहीं होगा, क्योंकि ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. आखिरी वाला ग्रहण भारत में दिखाई देगा. ऐसे में अब काशी के विद्वान और ज्योतिषविद पण्डित संजय उपाध्याय के मुताबिक नए साल में लगने वाला ग्रहण भारत के लिए शुभकारी होगा. आइए आपको बताते हैं कि ज्योतिषविद ने क्या बताया है.
ग्रहण की वजह से बदलेगा समय
ऋषिकेश पंचांग के अनुसार साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को लगेगा. ग्रहण का समय सुबह 7 बजकर 5 मिनट से शुरू होकर दोपहर 12 बजकर 21 मिनट पर समाप्त होगा. ये ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा, लिहाजा सूतक काल भी नहीं मान्य होगा. इसके अलावा दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को लगेगा. ये ग्रहण भी भारत में नहीं दिखेगा. रात में 8 बजकर 34 मिनट से ग्रहण शुरू होगा जो रात 2 बजकर 25 मिनट पर खत्म होगा. ये ग्रहण उत्तरी अमेरिका, मध्य अमेरिका के अलावा उत्तरी अफ्रीका और प्रशांत महासागर में दिखाई देगा.
28 अक्टूबर को लगेगा 2023 का आखिरी ग्रहण
साल 2023 के आखरी चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर को लगेगा. खंडग्रास ये चन्द्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा. रात करीब 1 बजकर 10 मिनट पर इसकी शुरुआत होगी और 2 बजकर 28 मिनट ग्रहण समाप्त होगा. ग्रहण का सूतक काल शाम 5 बजे लगेगा. वाराणसी के ज्योतिषी पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि ये वर्ष भारत के लिए बेहद शुभ होगा. इसके अलावा ग्रहों के चाल बता रहे है कि कोरोना का असर भी भारत पर नहीं पड़ेगा. भारत आर्थिक रूप से मजबूत रहेगा. हालांकि राजनीति में उथल पुथल मची रहेगी.
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