उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से पुलिस का मानवीय कार्य सामने आया है. जहां आर्थिक तंगी से परेशान एक युवती रेलवे ट्रैक पर आत्महत्या करने जा रही थी. जिसे वहां मौजूद एक महिला दारोगा ने बचाया. जिसके बाद सभी लोग उस महिला दारोगा के हिम्मत और बहादुरी को सलाम कर रहे है. इन बहादुर महिला सिपाही का नाम रूचि त्यागी है.
दरअसल, महिला दारोगा रुची त्यागी अपने पुलिस बल के साथ एक क्षेत्र में थीं. अचानक उनकी नजर एक युवती पर पड़ी जो आत्महत्या करने के लिए आंखों पर पट्टी बांधकर रेलवे ट्रैक पर खड़ी थी. ये नजारा देख महिला दारोगा ने बिना समय गवाएं दौड़कर उस युवती के पास पहुंची और उसे वहां से खींच लिया और थाने लेकर आ गईं.
थाने पर पूछताछ करने पर युवती ने बताया कि ‘मेरे पति शैलेन्द्र गार्ड की नौकरी करते थे. कुछ दिन पहले ड्यूटी टाइम में नींद आने के कारण उनकी नौकरी छूट गई. अब घर में आये दिन क्लेश रहता है. बेरोजगारी के चलते घर के खर्चे और बच्चों की फीस जमा नही हो पाई है’. युवती की दर्दभरी कहानी सुनने के बाद महिला दारोगा भावुक हो गईं और उसकी मदद करने की ठान ली.
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इसके बाद थाने से महिला दारोगा रूचि व थानाध्यक्ष युवती को उसके घर महेन्द्र नगर लेकर पहुंचे तो देखा कि युवती के 2 छोटे बच्चे हैं. एक 6th कक्षा में है और दूसरा 4th कक्षा में पढाई करते है. जिसके बाद युवती को उसकी सास और पति के सुपुर्द कर दिया गया.
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वहीं, परिवार की मजबूरी और आर्थिक तंगी देखकर महिला दारोगा रूचि त्यागी और थानाध्यक्ष उदयवीर सिंह मलिक युवती की आर्थिक मदद करने से खुद रोक नही पाये और अपनी तरफ नगद धनराशि देकर उनकी सहायता की. जिसे सभी लोग तारीफ करते नज़र आये. साथ ही परिवार के लोगों ने महिला दारोगा और थानाध्यक्ष को धन्यवाद भी कहा.
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