लखीमपुर: BJP विधायक को थप्पड़ मारने पर अवधेश सिंह समेत 40 लोगों पर मुकदमा दर्ज, CM योगी से मुलाकात के बाद बड़ा एक्शन

लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) जिले में भाजपा विधायक योगेश वर्मा (BJP MLA Yogesh Verma) को थप्पड़ मारने के मामले में पुलिस ने छह दिन की हीलाहवाली के बाद आखिरकार मंगलवार देर रात एफआईआर दर्ज कर ली है। इस मामले में जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अवधेश सिंह (Awadesh Singh), उनकी पत्नी और लखीमपुर अर्बन कोऑपरेटिव बैंक की निवर्तमान अध्यक्ष पुष्पा सिंह, संग्राम सिंह और नीरज सिंह के अलावा 30-40 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है।

क्या है मामला

यह घटना 9 अक्तूबर की है, जब लखीमपुर अर्बन कोऑपरेटिव बैंक के डेलीगेट चुनाव की नामांकन प्रक्रिया चल रही थी। इसी दौरान बैंक के बाहर भाजपा विधायक योगेश वर्मा को अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अवधेश सिंह ने थप्पड़ मार दिया था, जिससे वहां तनावपूर्ण स्थिति बन गई। इस घटना के बाद पूरे दिन बवाल चलता रहा और आईजी को मौके पर आकर हालात को काबू में करना पड़ा।

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विधायक की तहरीर

विधायक योगेश वर्मा ने 10 अक्तूबर को पुलिस को तहरीर दी थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि बैंक में नामांकन प्रक्रिया के दौरान उनके सहयोगी राजू अग्रवाल के साथ पुष्पा सिंह और अवधेश सिंह ने मारपीट की, उनका पर्चा फाड़ दिया और सोने की चेन भी छीन ली।

जब विधायक खुद मौके पर पहुंचे और विरोध किया, तो अवधेश सिंह और उनके सहयोगियों ने उन पर जानलेवा हमला किया। विधायक का कहना है कि उनके सिर पर भी हमला किया गया और उनके सहयोगी हेमंत गुप्ता को भी बुरी तरह पीटा गया। घटना के वीडियो भी सोशल मीडिया पर प्रसारित हुए, जिन्हें विधायक ने पुलिस को सौंपा था।

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एफआईआर दर्ज होने में देरी

इस घटना के बाद विधायक के समर्थकों ने 11 अक्तूबर को लखीमपुर में बड़ा प्रदर्शन किया। विधायक ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से मुलाकात की, जिसके बाद भाजपा ने अवधेश सिंह, पुष्पा सिंह समेत चार लोगों को निष्कासित कर दिया। हालांकि, पुलिस ने उच्च अधिकारियों के निर्देश न मिलने का हवाला देते हुए एफआईआर दर्ज करने में देरी की। अंततः 15 अक्तूबर की रात पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।

कौन-कौन सी धाराएं लगाई गईं:

इस मामले में धारा 189 (विधि विरुद्ध जमावड़ा), धारा 115 (चोट पहुंचाने की कोशिश), धारा 351 (धमकी), धारा 352 (उकसाने), धारा 131 (हमला), और धारा 304 (छीना झपटी) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इस घटना के बाद से लखीमपुर में राजनीतिक माहौल गर्म है, और आगे की जांच जारी है।

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