‘मुस्लिमों लड़कों से करो दोस्ती और निकाह’, हिंदू छात्राओं पर दबाव बना रही रक्शंदा खान, मुरादाबाद के फैशन एकेडमी का मामला

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में लैक्मे एकेडमी (Lakme Academy Moradabad) नाम के फैशन इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर रक्शंदा खान (Rakshanda Khan) ने हिंदू गर्ल स्टूडेंट्स का पढ़ना मुश्किल कर दिया है। धर्म परिवर्तन करवाकर सपना से रक्शंदा बनी डायेरक्टर इन स्टूडेंट्स का ब्रेनवॉश कर रही हैं। हिंदू लड़कियों पर मुस्लिम लड़कों से दोस्ती करने का दबाव डालती है। सनातन धर्म को गंदी-गंदी गालियां देती है। कहती है मुस्लिम लड़कों से शादी करने में कोई दिक्कत नहीं। कोर्स पूरा नहीं करने देने की धमकी देती है। कैंपस में सिंदूर-बिंदी लगाने पर रोक लगा रखी है, जबकि नमाज पढ़ने की छूट है। ये वो गंभीर आरोप हैं, जिन्हें उत्पीड़न का शिकार हुईं हिंदू गर्ल स्टूडेंट्स ने लगाया है। इन स्टूडेंट्स ने डीएम मुरादाबाद अनुज सिंह से मिलकर बताया कि रक्शंदा धर्मांतरण गैंग चलाती है। वहीं, इन स्टूडेंट्स के सनसनीखेज आरोप ने प्रशासन के होश फाख्ता कर दिए हैं। प्रशासन मामले की जांच में जुट गया है।

बजरंग दल ने जमकर किया हंगामा

वहीं, इस मामले में मंगलवार को बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने कांठ रोड पर स्थित लैक्मे एकेडमी के बाहर सड़क जाम करके हंगामा और नारेबाजी की थी। बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने इंस्टीट्यूट की निदेशक सपना सिंह उर्फ रक्शंदा खान का पुतला भी फूंका। जिसके बाद सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर ने कार्रवाई का आश्वासन देकर प्रदर्शनकारियों को शांत कराया था। इसके बाद सिविल लाइंस थाने में रक्शंदा खान, शौहर शहनवाज और एक अन्य अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

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दरअसल, 22 जुलाई को एकेडमी में पढ़ने वाली तान्या चौधरी और स्वाति पाल एक छात्र के साथ डीएम ऑफिस पहुँची। उन्होंने आरोप लगाया कि सपना उर्फ रक्शंदा खान हिंदू लड़कियों को मुस्लिम लड़कों से दोस्ती करने और धर्मांतरण कर शादी करने के लिए उकसाती है। वह हिंदू लड़कियों को जानबूझकर मुस्लिम लड़कों के साथ ग्रुप में रखती हैं। वह मुस्लिमों को प्रमोट करती है। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, जिलाधिकारी को दी गई शिकायत में छात्राओं ने आगे कहा कि कांठ रोड पर स्थित लैक्मे एकेडमी मेकअप, हेयर और स्किन ट्रीटमेंट सिखाता है। इसके लिए कई अलग-अलग कोर्स चला रखे हैं। एकेडमी में लगभग सभी लड़के मुस्लिम और ज्यादातर लड़कियाँ हिंदू हैं। इन मुस्लिम लड़कों से दोस्ती करने के लिए वह उकसाती है। रक्शंदा खान इसके लिए मुहिम चला रखी है।

रक्शंदा के शौहर ने घर से उठवा लेने की धमकी दी

लैक्मे एकेडमी नाम के फैशन इंस्टीट्यूट डायरेक्टर रक्शंदा खान मूल रूप से कानपुर के साकेत नगर की रहने वाली है। उसका जन्म एक हिंदू परिवार में हुआ था और उसका मूल नाम सपना था। वो 5 बहनें और 1 भाई है। वह बहनों में सबसे छोटी है। करीब 17 साल पहले उसने शहनवाज खान नाम के एक मुस्लिम लड़के से प्यार के बाद निकाह कर लिया था। इसके लिए उसने हिंदू धर्म को छोड़कर इस्लाम कबूल कर लिया था। रक्शंदा हिंदू छात्राओं से कहती है कि मैं भी पहले हिंदू थी, लेकिन अब मुस्लिम हूँ। एक मुस्लिम के घर में रह रही हूँ। मुस्लिम लड़कों से शादी करने में कोई दिक्कत नहीं होती।

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छात्राओं का कहना है कि जबरन उनका नाम मुस्लिम लड़कों के साथ जोड़ा जाता है। पीड़ित छात्राओं का कहना है कि जब उन्होंने डीएम से मामले की शिकायत की तो इसके बाद एकेडमी की संचालिका रक्शंदा खान के पति शाहनवाज ने उन्हें घर से उठवा लेने और जान से मार देने की धमकी दी है। तान्या चौधरी नाम की छात्रा ने कहा कि एडमिशन के टाइम बताया गया था कि एकेडमी में मांस-मछली पूरी तरह प्रतिबंधित है, लेकिन मुस्लिम लड़के यहाँ रोज मीट-मछली लेकर आते हैं और सबके सामने खाते हैं। एक अन्य छात्रा स्वाति पाल ने कहा कि रक्शंदा खान हिंदू धर्म को गंदी-गंदी गालियाँ देती है। छात्राओं का कहना है उसकी बात नहीं मानने वाली हिंदू लड़कियों को तरह-तरह से परेशान किया जाता है।

हिंदू लड़के ने लगाया था धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप

छात्रा स्वाति पाल ने बताया कि रक्शंदा खान ने हिंदू छात्राओं के बिंदी, टीका यहां तक कि मंगलसूत्र और सिंदूर लगाने पर बैन लगा रखा है। अगर कोई लड़की इनका इस्तेमाल करती है तो इंस्टीट्यूट में एंट्री नहीं मिलती है। दूसरी ओर मुस्लिम छात्रों और मुस्लिम ट्रेनर्स को एकेडमी में ही नमाज पढ़ने की आजादी है।

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 1 साल पहले राज राणा नाम के छात्र ने भी रक्शंदा खान पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया था। छात्र के मुताबिक, रक्शंदा पढ़ाने के बजाय इस्लाम का प्रचार करती है। रक्शंदा कहती है कि अगर इस्लाम अच्छा नहीं है तो इतनी तादाद में हिंदू मजारों पर क्यों जाते हैं? जब मुस्लिम लड़की धर्म परिवर्तन कर हिंदू बनती है तो इतना बवाल क्यों नहीं होता?

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