बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और उनके परिवार के लिए एक बार फिर मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले (Land for job Scam) में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में समन जारी कर उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया है।
लालू परिवार को ED का समन
ED ने इस मामले में लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव और पत्नी राबड़ी देवी को मंगलवार को पेश होने का निर्देश दिया है, जबकि खुद लालू प्रसाद यादव को बुधवार को पटना के जोनल ऑफिस में बुलाया गया है। इससे पहले इसी मामले में तेज प्रताप और उनकी बहन को कोर्ट से जमानत मिल चुकी थी। हालांकि, कोर्ट ने लालू यादव को व्यक्तिगत रूप से पेश होने से छूट दे दी थी।
क्यों बुलाए गए लालू यादव और परिवार?
ED इस मामले में गहराई से जांच कर रही है और लालू यादव व उनके परिवार से कुछ अहम सवाल-जवाब करना चाहती है। इसलिए पहले लालू यादव और फिर उनके परिवार के सदस्यों को समन भेजा गया है। अब देखना होगा कि लालू यादव इस समन का पालन करते हैं या नहीं।
क्या है ‘जमीन के बदले नौकरी’ घोटाला?
यह मामला 2004 से 2009 के बीच का है, जब लालू प्रसाद यादव देश के रेल मंत्री थे। आरोप है कि उन्होंने इस दौरान अपने पद का दुरुपयोग करते हुए रेलवे में ग्रुप डी की नौकरियों के बदले कई लोगों से जमीन ली। इस घोटाले में कई लोगों को आरोपी बनाया गया था। पिछले महीने ही कोर्ट में इस मामले की सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की गई थी, जिसमें 11 लोगों को आरोपी बनाया गया, जिनमें से तीन की मौत हो चुकी है।
पहले भी हो चुकी है लालू परिवार की पेशी
इस मामले में लालू यादव, तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती पहले भी कोर्ट में पेश हो चुके हैं। अब ED की नई जांच और पूछताछ से साफ है कि यह मामला अभी खत्म नहीं हुआ है और आने वाले दिनों में लालू परिवार की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।