लोकसभा चुनाव: सपा-बसपा गठबंधन में RLD को 3 सीधी सीटें और 1 सीट कैराना मॉडल पर मिलेगी, समझें गठबंधन का पूरा समीकरण

2019 लोकसभा चुनाव के लिए यूपी में बने सपा-बसपा गठबंधन में आख़िरकार अजीत सिंह की राष्ट्रीय लोकदल(आरएलडी) की एंट्री हो गयी है. सूत्रों के मुताबिक गठबंधन में रालोद को 4 सीटें दी गयीं हैं. जल्द ही इस बात का औपचारिक रूप से एलान किया जायेगा. बता दें गठबंधन में शामिल होने को लेकर रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने बुधवार को लखनऊ में सपा मुख्यालय में अखिलेश यादव से मुलाकात की थी.


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अखिलेश-मायावती के गठबंधन में रालोद को 4 सीटें देने की सहमति हुई है. रालोद लोकसभा की मथुरा, हाथरस, बागपत और मुजफ्फरनगर सीट मिलना तय हुआ है. बता दें इससे पहले अखिलेश और मायावती के बीच 38-38 सीटों पर लड़ने का फैसला किया गया था जिसमें रायबरेली और अमेठी में चुनाव न लड़ने के फैसले के अलावा 2 सीटें सहयोगी दल के लिए छोड़ी गयीं हैं.


सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, तीन सीटों पर आरएलडी नेता ही उम्मीदवार होंगे. जबकि एक सीट पर आरएलडी के सिंबल पर कोई सपा नेता चुनावी मैदान में होगा. सूत्रों के मुताबिक, गठबंधन में मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से चौधरी अजीत सिंह की उम्मीदवारी तय हुई है. जबकि बागपत लोकसभा सीट से जयंत चौधरी आरएलडी के उम्मीदवार होंगे. वहीं हाथरस से आरएलडी के सिंबल पर चुनावी मैदान में सपा नेता होगा. ऐसा माना जा रहा है कि हाथरस सीट से मुलायम सिंह के करीबी रहे सपा नेता को आरएलडी उम्मीदवार बनाया जाएगा.


मिली जानकारी के मुताबिक, टीएमसी की कोलकाता रैली के बाद आरएलडी गठबंधन का औपचारिक ऐलान होगा. 19 जनवरी को होने वाली ममता बनर्जी की रैली के बाद औपचारिक ऐलान होगा क्योंकि ममता बनर्जी की रैली में शामिल होने के लिए अखिलेश यादव, अजित सिंह और जयंत चौधरी कोलकाता जाएंगे. ऐसा कहा जा रहा है कि बसपा सुप्रीमो मायावती भी कोलकाता रैली में शामिल हो सकती हैं.


सूत्रों से मिली खबर के अनुसार राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाक़ात के दौरान बागपत लोकसभा सीट से खुद की उम्मीदवारी प्रस्तुत की. जिसे अखिलेश ने भी स्वीकार कर ली है. इस सीट पर चुनाव लड़ने के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी हरी झंडी दे दी है.


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