उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में महानगर में एक सिपाही के घर दो दिन पहले पुलिस ने कई जुआरियों को पकड़ा. हालाँकि मामला विभाग से जुड़ा था तो पुलिसकर्मियों ने मामले तो दबा दिया. पर जब मामले ने सोशल मीडिया पर तूल पकड़ा तो शुक्रवार की रात पुलिस ने खुलासा किया. बड़ी बात ये है कि सिपाही कई साल पहले सोना लूट काण्ड में बर्खास्त कर दिया गया था. कुछ ही समय पहले उन्हें बहाल किया गया था. इस समय वह गोण्डा में तैनात था और कुछ समय पहले ही फिर एक मामले में निलम्बित कर दिया गया था. फिलहाल अब लखनऊ एडीसीपी प्राची सिंह ने उसके खिलाफ और सख्त कार्रवाई के लिये गोण्डा के एसपी को पत्र लिखा है. जल्द ही फिर से सिपाही पर कार्रवाई हो सकती है.
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, लखनऊ की महानगर पुलिस को दो दिन पहले रात में सिपाही सुशील पचौरी के घर पर जुआ खेले जाने की सूचना मिली थी. इस पर पुलिस ने वहां छापा मारकर आठ लोगों को पकड़ा था. इनके पास एक लाख आठ हजार रुपये बरामद हुए थे. उस समय पुलिस अधिकारियों को यही पता था कि सुशील बर्खास्त चल रहा है.
ADCP ने गोंडा एसपी को लिखा पत्र
एडीसीपी उत्तरी प्राची सिंह ने बताया कि सुशील पहले भी जुआ खिलवाने के मामले में पकड़ा जा चुका है. इसके बारे में पड़ताल हुई तो पता चला कि वह बहाल हो गया था और गोण्डा में उसकी तैनाती थी. कुछ समय पहले ही वह वहां भी निलम्बित कर दिया गया था. दरअसल, गोंडा में तैनाती के बाद फिर अपराध में लग गया और महानगर स्थित घर में भी जुए की फड़ चलाने लगा. कई अन्य अपराधिक मामलों में सिपाही की संलिप्तता उजागर हुई है. आलाधिकारियों के निर्देश पर महानगर पुलिस अब इसका ब्योरा खंगाल रही है. ADCP ने सिपाही के खिलाफ कार्रवाई के लिए गोंडा पुलिस एसपी को लेटर भी लिखा है.















































