लखनऊ: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक, राष्ट्रधर्म पत्रिका के पूर्व संपादक तथा विश्व हिंदू परिषद के पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरेश्वर द्विवेदी (Vireshwar Dwivedi) का निधन हो गया है. बताया जा रहा है कि वीरेश्वर बीते कुछ दिनों से गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थे, जिसके चलते उनका डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान में इलाज चल रहा था, वहीं 78 वर्ष की आयु में संघ प्रचारक ने सोमवार को अंतिम सांस ली. वीरेश्वर के निधन पर महापौर सुषमा खर्कवाल (Lucknow Mayor Sushma Kharakwal) ने गहरा शोक व्यक्त किया है. माहापौर ने इसे देश व समाज के लिए अपूर्णनीय क्षति बताया है.
सुषमा खर्कवाल ने राजेंद्र नगर लखनऊ में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के मुख्यालय ‘भारती भवन’ भवन में उनके पार्थिव शरीर पर नम आंखों से श्रद्धा सुमन अर्पित किए. उन्होंने अपने शोक संदेश में वीरेश्वर के लंबे और उपलब्धिपूर्ण सामाजिक जीवन को याद किया है. महापौर ने कहा कि जब कि 1975 में कांग्रेस सरकार ने लोकतंत्र की हत्या कर आपातकाल लगाया तब वीरेश्वर जी ने छद्म नाम ‘राम चंद्र शर्मा’ से मेरठ में साप्ताहिक अखबार अंगारा का संपादन एवम प्रकाशन किया.
साल 1976-80 में अविभाजित उत्तर प्रदेश के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अंतिम प्रदेश संगठन मंत्री रहे. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभिन्न दायित्वों का निर्वहन करते हुए वर्तमान में विश्व हिंदू परिषद के दायित्व पर रहे. उनका जाना समाज और देश के लिए अपूरणीय क्षति है. परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना है की उन्हें अपने श्रीकरों में स्थान दें, एवम परिवारीजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति दे.
बता दें कि वीरेश्वर द्विवेदी की शिक्षा उरई डीएवी कॉलेज से परास्नातक तक हुई. वीरेश्वर द्विवेदी डीएवी काॅलेज उरई के छात्रसंघ अध्यक्ष भी रहे, वह विहिप नेता स्व. अशोक सिंहल की प्रेरणा से सन् 1972 में पत्रकारिता की नौकरी छोड़कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक बने. वह प्रयाग महानगर के प्रचारक, विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री, राष्ट्रधर्म पत्रिका के सम्पादक, हिन्दू विश्व पत्रिका के सम्पादक, पथ-संकेत के सम्पादक, विश्व हिन्दू परिषद के प्रवक्ता, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के बौद्धिक प्रमुख एवं क्षेत्र प्रचारक प्रमुख आदि दायित्वों का निर्वहन किया.
वर्तमान में वह कुटुम्ब प्रबोधन गतिविधि उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के संयुक्त क्षेत्र प्रमुख का दायित्व निर्वहन कर रहे थे. वीरेश्वर द्विवेदी का पार्थिव शरीर अन्तिम दर्शन के लिए राजेंद्र नगर स्थित आरएसएस कार्यालय में रखा गया, जहां उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक सहित तमाम नेताओं, मंत्रियों और आरएसएस के प्रचारकों ने उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए, था मुख्यमंत्री समेत कई नेताओं ने शोक व्यक किया. मंगलवार को उनके पार्थिव शरीर की अंत्येष्टि कानपुर ग्रामीण स्थित उनके पैतृक गांव भाल राजपुर में की जाएगी.
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