लखनऊ: उत्तर प्रदेश के साथ ही पूरे देशभर में आजादी का अमृत महोत्सव बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. वहीं भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के कारण उस वक्त लाखों की तादाद में लोगों ने भारत विभाजन की विभीषिका झेली थी, उसे याद करते हुए युवा पीढ़ी को जागरूक करने के लिए ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ का आयोजन किया गया. श्रद्धांजलि सभा में सीएम योगी की उपस्थिति में महापौर सुषमा खर्कवाल (Sushma Kharakwal) ने उन असंख्य बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने इस दिन अपने प्राणों का बलिदान दिया था.
महापौर ने देश की आजादी के साथ हुए भारत विभाजन को एक बड़ी त्रासदी बताया, उन्होंने नम आंखों से वो मंजर याद करते हुए कहा कि लाखों हजारों की संख्या में लोगों ने जान-माल सब गंवाएं. हजारों परिवार दोनों ओर से विस्थापित हो गए. जो एक दिन पहले मालिक हुआ करते थे वे सब दाने दाने को तरस गए. भारत ने हमेशा की तरह शरणागतों की रक्षा की. देश में शरनार्थियों एक बड़ा वर्ग है जो आज सम्मान से अपना जीवन यापन कर रहे हैं और देश की अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान दे रहे हैं.
उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री जी को बहुत साधुवाद देती हूं कि उन्हों हर वर्ष 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस (Partition Horrors Remembrance Day) के रूप में मनाने की शुरुआत की है. यह उस पीड़ा को महसूस करने का दिन है. विभाजन विभीषिका दिवस को याद करना इसलिए भी आवश्यक है ताकि भविष्य में पुनः भारत की एक इंच भूमि को भी कोई देश से अलग न कर सके.
श्रद्धांजलि सभा से पूर्व सीएम योगी ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में विभाजन से जुड़ी स्मृतियों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया, इस दौरान महापौर भी उपस्थित रहीं. उन्होंने विभाजन की त्रासदी झेलने वाले परिवारों से मिलकर उस दौर में हुए अत्याचारों की दास्तां भी सुनी और विभाजन के दौरान हुए दानवीय उत्पीड़न पर आधारित लघु चलचित्र को भी देखा. इस अवसर पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर, लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल, पूर्व मंत्री और एमएलसी महेन्द्र सिंह, विधायक नीरज बोरा, प्रदेश के पूर्व मंत्री मोहसिन रजा, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी सहित पंजाबी एवं सिंधी समाज से जुड़े लोग मौजूद रहे.
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )