मामला यूपी की राजधानी लखनऊ का है. जहां के हजरतगंज स्थित आईसीआईसीआई बैंक परिसर में बीते शनिवार को भाई-बहन के साथ मारपीट करने वाले गुंडे गार्डो को हजरतगंज पुलिस ने एक महिला आईपीएस के दबाव में थाने में आवभगत करके छोड़ दिया. भाई-बहन के आंसुओं पर आईपीएस का रसूख भारी पड़ा और मित्र पुलिस का दावा खाक में मिल गया. विशाल खंड गोमतीनगर निवासी पीड़िता प्रियंका का आरोप है कि पुलिस ने एफआईआर के बजाय एनसीआर दर्ज की. उधर, कोतवाली के अंदर ही आरोपित पक्ष पीड़ित भाई-बहन को धमकी देते रहे. इसके बावजूद भाई अंकित के द्वारा तहरीर देने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई और एक महिला आईपीएस का फोन आते ही हजरतगंज पुलिस ने आरोपित गार्डो को कोतवाली से छोड़ दिया. पुलिस ने शनिवार की रात कोतवाली पकड़कर लाए गए गार्डो से लिखित माफीनामा तक नहीं लिखवाया. पीड़िता प्रियंका का आरोप है कि सोमवार को सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र ने उनके रिश्तेदार को फोन कर समझौते का दबाव बनाया.
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अपने भाई को बचाने के लिए महिला आईपीएस ने उठाया कुर्सी का नाजायज फायदा
कहा जा रहा है कि जिस महिला आईपीएस ने कोतवाली में फोन किया था, उसका भाई आईसीआईसीआई बैंक में तैनात है. अपने भाई को बचाने के लिए महिला आईपीएस ने अपनी कुर्सी का नाजायज फायदा उठाया. इधर, महिला आईपीएस ने प्रियंका पर भी दबाव बनाते हुए अपना परिचय दिया. पीड़ित पक्ष का कहना है कि कोतवाली परिसर में बैंककर्मियों ने गाली-गलौच और मारपीट की तथा कार्रवाई के बजाय पुलिस आरोपितों की आवभगत में लगी रही. इसके बाद मारपीट व अभद्रता के आरोपित दो गार्डो को छोड़ दिया गया.
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पीड़ित की तहरीर पर हजरतगंज पुलिस ने दर्ज की महज एनसीआर
पीड़ित पक्ष ने कार्रवाई की मांग की तो सोमवार को दबाव बढ़ता देख आरोपित गार्ड से पुलिस ने तहरीर मंगवा ली. इसके बाद आननफानन में एनसीआर तक दर्ज कर ली गई. मूलरूप से गाजीपुर के जखनिया निवासी गार्ड जितेंद्र सिंह ने तहरीर में लिखा है कि ‘शनिवार शाम कार से युवक-युवती शालीमार टॉवर आए थे. आरोप है कि युवक ने गाड़ी सड़क पर खड़ी कर दी. हटाने का अनुरोध किया गया तो चालक ने गाड़ी से उतरकर मारपीट की. जितेंद्र ने कार्रवाई की मांग की है.
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आइपीएस ने बताई थी मामले की घटना,सीओ ने कहा कुछ ऐसा
हजरतगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर राधारमण सिंह के मुताबिक बैंक परिसर के पास एक महिला आईपीएस मौजूद थीं और उन्होंने ही घटना के बारे में बताया था. साथ ही महिला आईपीएस ने इंस्पेक्टर को फोन भी किया था. इंस्पेक्टर का कहना है कि कार सवार युवक ने गार्ड को थप्पड़ मारा था. जिसके बाद कुछ सुरक्षाकर्मी आ गए थे और विवाद शुरू हो गया था. कार सवार महिला के पैर में प्लास्टर बंधा था. गार्ड जितेंद्र ने सोमवार को तहरीर . जिसके आधार पर एनसीआर दर्ज कर जांच की जा रही है. वहीं, हजरतगंज सीओ अभय कुमार मिश्र का कहना है कि प्रियंका के रिश्तेदार का मेरे पास फोन आया था. वह मेरे पूर्व परिचित हैं. समझौते का दबाव बनाने की बात गलत है. तहरीर के आधार पर कार्रवाई की गई है.
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