उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से बुधवार को उनके सरकारी आवास पर राष्ट्रीय लोकदल (Rashtriya Lok Dal) के विधायकों (MLAs) ने मुलाकात की। यह पहली बार है जब रालोद विधायक एक साथ सीएम योगी से मिले हैं। ऐसे में कयासबाजी का दौरा शुरू हो गया है। कहा जा रहा है कि राज्यसभा में दिल्ली बिल पर हुई वोटिंग में पहले रालोद प्रमुख जयंत चौधरी गायब रहे। अब विधायक सामूहिक रूप से सीएम से मिले। इस घटनाक्रम के सियासी मतलब निकाले जा रहे हैं।
दरअसल, पहले से ही जयंत चौधरी के बीजेपी के साथ जाने की अटकलें चल रही हैं। ऐसे में जयंत वोटिंग में नहीं पहुंचे तो इन अटकलों को और बल मिलने लगा। यह भी चर्चा है कि जयंत भाजपा आलाकमान के संपर्क में हैं। इधर, बुधवार को रालोद के 9 में से 8 विधायकों ने सीएम योगी से मुलाकात की।
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हालांकि, रालोद विधायकों का कहना है कि वे प्रदेश में बाढ़ से हुए नुकसान का मुआवजा देने, बकाया गन्ना
मूल्य का भुगतान करने, गन्ना मूल्य में वृद्धि करने, किसानों को फ्री बिजली देने जैसे मामलों पर सीएम से मिले थे। आरएलडी ने त्वरित आर्थिक विकास योजना में सभी विधायकों को समान धनराशि आवंटित करने और अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत कराया।
प्रतिनिधिमंडल में नेता विधानमंडल दल राजपाल बालियान, विधायक अजय कुमार, अनिल कुमार, प्रसन्न चौधरी, अशरफ अली, प्रदीप कुमार सिंह गुड्डू चौधरी, मदन भैया शामिल थे। केवल गुलाम मोहम्मद शामिल नहीं हो पाए क्योंकि, उस समय सदन में उनका प्रश्न लगा था।
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