जहां एक तरफ पूरे देश और प्रदेश में राम मंदिर (Ram Temple) के निर्माण का मुद्दा सियासी गलियारों में गरमाया हुआ है. वहीं, इसी बहस के बीच अब मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की सियासत में सीता मंदिर (Sita Temple) को लेकर बहस शुरू हो गई है. बताया जा रहा है कि श्रीलंका के दिवूरमपोला में सीता मंदिर (Sita Temple) का निर्माण कराया जायेगा. उधर, मध्य प्रदेश में कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) के नेताओं के बीच राम मंदिर (Ram Temple) बनवाने के लेकर जुबानी जंग छिड़ी हुई है. इसी के चलते श्रीलंका (Sri Lanka) में सीता मंदिर बनवाने के मुद्दे को लेकर मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने कई ट्वीट किए.
इस मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस नेता पीसी शर्मा (Congress Leader PC Sharma) ने कहा कि ‘कमलनाथ सरकार द्वारा एक अधिकारी को श्रीलंका भेजकर इसकी जांच कराई जाएगी कि वहां मंदिर बनाया जाना चाहिए या नहीं’. पीसी शर्मा को जवाब देते हुए पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने बीते मंगलवार को एक ट्वीट किया था. जिसमें उन्होंने लिखा था कि ‘सारा देश, सारी दुनिया जानती है कि सीताजी लंका में अशोक वाटिका में रखी गईं थी और उन्होंने अग्नि-परीक्षा भी दी थी. श्रीलंका में सीता मंदिर का भव्य मंदिर का निर्माण होना चाहिए’.
शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘कमलनाथ सरकार (Kamalnath Government) के अधिकारी श्रीलंका जाकर सर्वे कर वेरिफाई करेंगे कि माता सीता का अपहरण हुआ था या नहीं, इससे ज्यादा बड़ा हास्यास्पद कुछ हो सकता है क्या?. शिवराज सिंह ने कहा कि कमलनाथ सरकार के इस फैसले ने करोड़ों लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है’.
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बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने कार्यकाल के दौरान साल 2010 में श्रीलंका में माता सीता का मंदिर बनवाने की घोषणा की थी. घोषणा के मुताबिक रावण ने श्रीलंका में जिस स्थान पर माता सीता को रखा था, वहां उनका मंदिर बनाने की बात कही गई थी.
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