महाकुंभ (Mahakumbh) के दौरान मौनी अमावस्या के अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने से देर रात त्रिवेणी संगम पर भगदड़ (Stampede) जैसी स्थिति बन गई। इस घटना में कई महिलाएं दम घुटने से घायल हो गईं, जबकि कुछ श्रद्धालुओं के हताहत होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, मेला प्रशासन ने अब तक घायलों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। बिगड़ते हालात को देखते हुए प्रशासन ने ग्रीन कॉरिडोर बनाकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
सीएम योगी ने दिए निर्देश, पीएम मोदी ने ली जानकारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी से फोन पर जानकारी ली। भारी भीड़ को देखते हुए 13 अखाड़ों ने एहतियातन अपना अमृत स्नान टाल दिया है, हालांकि आम श्रद्धालुओं का संगम पर स्नान जारी है। मौनी अमावस्या पर रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे हैं। अनुमान के अनुसार, मंगलवार को लगभग 8-10 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज में मौजूद हैं।
सभी पूज्य संतों, श्रद्धालुओं, प्रदेश एवं देश वासियों से मेरी अपील है कि अफवाह पर कोई ध्यान न दें, संयम से काम लें, प्रशासन आप सभी की सेवा के लिए तत्परता से कार्य कर रहा है… pic.twitter.com/r3qAkveJoz
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 29, 2025
सीएम योगी ने क्या कुछ बताया
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘महाकुंभ में श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ उमड़ रही है। बीते दिन 5.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया था, जबकि आज यह संख्या 8-10 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। संगम नोज पर भारी दबाव बना हुआ है। रात 1-2 बजे के बीच कुछ श्रद्धालु बैरिकेड्स फांदकर अंदर जाने की कोशिश में गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया।’
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उन्होंने आगे कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी अब तक चार बार कुंभ मेले की स्थिति का जायजा ले चुके हैं। भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह भी लगातार जानकारी ले रहे हैं। फिलहाल, प्रयागराज में हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन भीड़ का दबाव अत्यधिक है।’
अखाड़ों ने टाला स्नान, श्रद्धालुओं से संयम बरतने की अपील
सीएम योगी ने बताया कि संतों से चर्चा के बाद सभी अखाड़ों ने सहमति जताई है कि पहले आम श्रद्धालु स्नान कर लें, उसके बाद संत स्नान करेंगे। उन्होंने अपील की, ‘श्रद्धालु अफवाहों पर ध्यान न दें और संयम बनाए रखें। प्रशासन पूरी तत्परता से सेवा में जुटा है। संगम नोज की ओर जाने की अनिवार्यता नहीं है। 15-20 किलोमीटर के दायरे में अस्थायी घाट बनाए गए हैं, श्रद्धालु वहीं स्नान कर सकते हैं।’
भीड़ नियंत्रण के लिए सख्त इंतजाम
मेला प्रशासन श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह मुस्तैद है। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षाबल लगातार व्यवस्था संभाल रहे हैं। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और भीड़ को नियंत्रित रखने में सहयोग करें।
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