उत्तर प्रदेश में धार्मिक स्थलों व तीर्थ क्षेत्रों में मांस और शराब की बिक्री पर पाबंदी लगाए जाने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के फैसले का साधु-संतों की बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (Akhil Bhartiya Akhara Parishad) ने स्वागत किया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी (Mahant Narendra Giri) ने कहा कि सीएम योगी खुद एक संत है और वो जो कहते हैं, उसे पूरा भी करते हैं। इसलिए धार्मिक स्थलों पर शराब और मांस की बिक्री बंद किए जाने के फैसले पर निश्चित तौर पर अमल भी कराया जाएगा।
महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि सभी साधु-संत भी मुख्यमंत्री के इस फैसले का पुरजोर समर्थन करते हैं। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की पहले से ही ये मांग रही है कि हिंदुओं के सभी धार्मिक स्थलों पर मांस और मदिरा की बिक्री पर रोक लगाई जाए। उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने भगवान श्रीकृष्म की जन्म स्थली मथुरा से धार्मिक स्थलों पर मांस और मदिरा की बिक्री पर पाबंदी लगाए जाने का ऐलान किया है, यह भी एक अच्छा संकेत है।
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अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने धार्मिक स्थलों पर मांस और मदिरा की बिक्री पर रोक लगाये जाने के लिए कड़े कानून भी बनाये जाने की मांग की है। गौरतलब है कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर मथुरा पहुंचे सीएम योगी ने इशारों ही इशारों में बड़ी बात कह दी। उन्होंने धार्मिक क्षेत्रों में बिक रहे मांस और शराब को लेकर अपनी मंशा जाहिर की।
सीएम योगी ने कहा कि सभी की इच्छा है कि धार्मिक क्षेत्रों में किसी भी तरह के मांस-मदिरा का सेवन और बिक्री नहीं होनी चाहिए। मैं खुद प्रशासन से कहूंगा कि इसके लिए योजना बनाकर प्रस्ताव पेश करें। इस पर काम किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी को परेशान नहीं होने दिया जाएगा और सभी का व्यवस्थित तौर पर पुर्नवास होगा।
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