उत्तर प्रदेश के मैनपुरी (Mainpuri) जनपद पहुंची समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की सांसद डिंपल यादव (MP Dimple Yadav) ने राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम के निमंत्रण को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर निमंत्रण नहीं मिलता है तो भी हम जाएंगे। भले ही निर्धारित तिथि के बाद जाएं। आराध्य को राजनीति में नहीं बांधना चाहिए।
142 सांसदों का एकसाथ निलंबन दुर्भाग्यपूर्ण घटना
यही नहीं, सांसद डिंपल यादव ने यह भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को नहीं बुलाने की मांग भारतीय जनता पार्टी की सोच को उजागर करती है। भगवान राम की बात करना ही पर्याप्त नहीं है उनके आदर्श को भी अपने जीवन में उतारना चाहिए।
दरअसल, सोमवार की शाम सांसद डिंपल यादव सपा महिला सभा की जिलाध्यक्ष ज्योती मैसी के आवास पर मीडिया से बातचीत कर रही थीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश की संसद से 142 सांसदों का एकसाथ निलंबन दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। विश्व में ऐसा किसी भी देश में नहीं हुआ है। सरकार पूरी तरह डरी हुई है।
उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने पांच साल के कार्यकाल में ईडी, सीबीआई, आयकर टीम का जमकर दुरुपयोग किया है। सरकार सच बात सुनना नहीं चाहती है। सदन में चर्चा कराने से डरती है। तमाम तरह की बातों को उछालकर जनता का ध्यान भटकाया जा रहा है। सरकार पांच किलो आटा देने का दावा तो करती है लेकिन बेरोजगारों को नौकरी देने की दिशा में कदम नहीं बढ़ाना चाहती है।
यही नहीं, डिंपल यादव ने यह भी कहा कि कुश्ती संघ के अध्यक्ष के चुनाव में भी सरकार के लोग शामिल रहे हैं। सांसद ब्रजभूषण सिंह के करीबी को ही अध्यक्ष बनवा दिया गया है। आतंकी हमले में चार जवानों और तीन नागरिकों की हत्या सरकार के दावों की पोल खोल रही है। सरकार जहां पत्थर तक नहीं चलने का दावा कर रही है वहीं आतंकी सेना के जवानों की हत्या कर रहे हैं। सरकार को आतंकवाद के मामले में तथ्य देश की जनता के सामने लाने चाहिए।
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