चुनाव आयोग ने आखिरकार 2019 के लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल को होगा और अंतिम चरण का मतदान 19 मई को. 23 मई को लोकसभा चुनाव के नतीजे जारी किए जाएंगे और यह तय हो जाएगा कि देश में अगली सरकार किस दल की बनने वाली है. इसी को लेकर टीएमसी नेता द्वारा की तारीखों को साम्प्रदायिक रंग देने का मामला सामने आ रहा है.
कोलकाता के तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ममता सरकार में मंत्री फिरहाद हकीम चुनाव की तारीखों से खुश नहीं है और चुनाव आयोग पर सवाल उठा दिया है. उनका कहना है कि चुनाव के समय मुस्लिमों का रोजा होगा. इस बात पर चुनाव आयोग को ध्यान देना चाहिए था.
फिरहाद हकीम ने कहा “चुनाव पांच, सात या 14 चरणों में कराया जाए, मुद्दा यह नहीं है, क्योंकि हमारी नेता ममता बनर्जी की जगह लोगों के दिल में है. लेकिन हमारी चिंता राज्य के लोगों को लेकर है. लगातार मतदान कराए जाने का लोगों पर दबाव पड़ेगा. मतदान रमजान के महीने में होना है. कहीं यह रमजान का फायदा उठाने की कोशिश तो नहीं?”
बता दें कि पश्चिम बंगाल में 11 अप्रैल को दो, 18 अप्रैल को तीन, 23 अप्रैल को पांच, 29 अप्रैल को आठ, छह मई को सात, 12मई को आठ और 19 मई को नौ सीटों पर मतदान कराए जाएंगे.
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