पूर्व बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने हाल ही में महाकुंभ में संन्यास ले लिया और अब वे किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर के पद पर आसीन हो गई हैं। किन्नर अखाड़े द्वारा उन्हें पट्टाभिषेक देकर यह सम्मान प्रदान किया गया है। इस सम्मान के बाद ममता कुलकर्णी अब साध्वी के रूप में पहचानी जाएंगी।और उनका नया नाम “श्री यामिनी ममता नंद गिरि” रखा गया।उन्होंने अपनी संन्यास यात्रा के बारे में बताते हुए कहा कि वे जल्द ही संगम, काशी और अयोध्या का दौरा करेंगी।
ममता का बॉलीवुड से दूरी का कारण
ममता कुलकर्णी ने 1996 में अध्यात्म की ओर रुझान दिखाना शुरू किया था। एक समय के बाद, जब उनकी मुलाकात गुरु गगन गिरी महाराज से हुई, तब उनका आध्यात्मिक जीवन और भी प्रगाढ़ हो गया। बॉलीवुड से विदाई लेने के बाद उन्होंने तपस्या शुरू की और खुद को पूरी तरह से सच्चे मार्ग पर समर्पित कर लिया। ममता ने यह भी कहा था कि अब उनका दिल बॉलीवुड में लौटने की बजाय सिर्फ अध्यात्म में लगता है।
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ड्रग्स केस में जुड़ा था नाम
ममता कुलकर्णी का नाम 2016 में एक ड्रग्स मामले में सामने आया था, जिसमें पुलिस ने दावा किया था कि वह ड्रग माफिया विक्की गोस्वामी के साथ केन्या के एक होटल मीटिंग में शामिल थीं। हालांकि, ममता ने हमेशा इन आरोपों को नकारा, और बाद में बॉम्बे हाई कोर्ट ने उन्हें निर्दोष ठहराया।
बॉलीवुड से अध्यात्म तक की यात्रा
ममता कुलकर्णी का बॉलीवुड में शानदार करियर था, लेकिन वह 2000 में भारत छोड़कर विदेश चली गईं और अपनी ज़िन्दगी को गुमनाम तरीके से जीने लगीं। अब, वे महाकुंभ मेला में एक नई पहचान के साथ कदम रख रही हैं, जहाँ उनकी आध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत हो रही है।