UP: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अयोध्या (Ayodhya) में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Ram Lalla Pran Pratishtha) की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर कार्यक्रम में हिस्सा लिया। सीएम ने कहा कि सनातन धर्म से बड़ा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले जय श्री राम कहने पर भी लोगों को प्रताड़ित किया जाता था और अयोध्या के साथ कई षड्यंत्र किए गए।
सुरक्षा और अयोध्या का परिवर्तन
सीएम योगी ने जोर देकर कहा कि अब अयोध्या में सुरक्षा की जिम्मेदारी स्वयं बजरंगबली और महावीर निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवादी यहां प्रवेश नहीं कर सकते और अयोध्या अब एक सुरक्षित स्थल बन चुका है। अयोध्या का नाम सुनते ही लोगों को शांति का अनुभव होता है, जबकि पहले कुछ कट्टरपंथियों ने इसे संघर्ष का मैदान बना दिया था।
प्रधानमंत्री मोदी के योगदान का स्मरण
सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने अयोध्या आकर रामलला की प्राणप्रतिष्ठा कर देश से ग़ुलामी का कलंक हटाया। 25 नवंबर को पीएम मोदी ने राम मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वजा भी स्थापित की। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब अयोध्या में बिजली, पानी और सुरक्षा जैसी सुविधाएँ सुनिश्चित हैं और यहां भक्तों के लिए आदर्श वातावरण तैयार हुआ है।
राम भक्त आंदोलन का महत्व
कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन दुनिया का सबसे बड़ा आंदोलन था। सीएम योगी ने 1528 से 1992 तक राम भक्तों के संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने लाठियों और गोलियों की परवाह किए बिना अपने विश्वास और धर्म की रक्षा की। उन्होंने कहा कि आज अयोध्या भारत और दुनियाभर के श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल बन चुका है।
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