उत्तर प्रदेश के मथुरा (Mathura) जिले में मंदिर तोड़कर मजार बनाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इसकी जानकारी होने पर हिंदू संगठनों ने विरोध जताया है। वहीं, मामले की शिकायत के बाद मथुरा एसएसपी के आदेश पर एफआईआर भी दर्ज हुई है। पूरा मामला मथुरा के कोसीकला क्षेत्र स्थित शाहपुर गांव का है, जहां प्राचीन बांके बिहारी जी का मंदिर (Ancient banke bihari temple) था, लेकिन कुछ अराजक तत्वों ने उस मंदिर तो तोड़कर वहां कब्रिस्तान और माजर बनाने का कार्य किया।
हालांकि इसका विरोध किया गया लेकिन इसके बावजूद कुछ भी नहीं हुआ। वहीं, जब इस बात की जानकारी हिंदू संगठनों को हुई तो उन्होंने वहां जाकर निरीक्षण किया और फिर मामले में तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराने की बात कही थी। बिहारी जी महाराज मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष राम अवतार गुर्जर की तहरीर पर पुलिस ने इसकी जांच पड़ताल की। इस दौरान की अहम बातें सामने आई हैं, जिसके बाद एसएसपी अभिषेक यादव के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। कोसीकला थाने में आईपीसी की धारा 420, 476, 468, 471, 120बी और 427 के तहत रिपोर्ट दर्ज हुई है।
वहीं, रिपोर्ट दर्ज होने के बाद प्राचीन मंदिर की जमीन को लेकर राजस्व अभिलेख में षडयंत्र के तहत 2004 में बदल दी गई थी और मंदिर की जमीन को कब्रिस्तान दिखा दिया गया था। हालांकि, बताया यह भी जा रहा है कि तत्कालीन सपा अध्यक्ष बोला पठान तहसीलदार और लेखपाल ग्राम प्रधान सहित 23 नामजद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है।
उधर, मंदिर तोड़कर बनाई गई मजार को लेकर मथुरा के संतों में काफी आक्रोष व्यापत था। कार्रवाी के बाद संतों का कहना है कि एसएसपी के आदेश पर एफआईआर दर्ज हुई है। अब जल्द से जल्द आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई भी होनी चाहिए क्योंकि मंदिर तोड़कर मजार बनाना गलत काम है और इससे देश में गलत संदेश जाता है और धार्मिक भावनाएं आहत होती है।
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