जम्मू-कश्मीर के राजौरी (Rajouri) स्थित एक मस्जिद में जुमे की नमाज अदा करने के बाद मौलवी (Maulvi) के भड़काऊ भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मौलवी के इस भाषण को लेकर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने आपत्ति भी जताई है। वायरल वीडियो में मौलवी ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) फिल्म को 2 धर्मों में तनाव बढ़ाने वाली फिल्म बताते हुए भड़काऊ बयानबाजी करता सुना जा रहा है। वीडियो शुक्रवार का बताया जा रहा है, जिसे ‘द कश्मीर फाइल्स’ के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने ट्वीट किया है।
वीडियो में मौलवी कर रहा है कि इस फिल्म में मुसलमानों के खिलाफ साजिश की गई है, वह इसकी निंदा करते हैं। इस फिल्म पर रोक लगाई जानी चाहिए। करीब 40 सेकेंड के इस वीडियो में मौलवी कह रहा है कि यह फिल्म बंद होनी चाहिए। हम अमन पसंद लोग हैं। हमने इस मुल्क पर 800 साल हुकूमत की है। तुम्हें 70 साल राज करते हुए हैं, तुम हमारा निशान मिटाना चाहते हो, तुम मिट जाओगे, पर कलमा पढ़ने वाले नहीं मिटेंगे।
राजौरी के मौलवी साहब का कहना हैः
“यह फ़िल्म बंद होनी चाहिए… हमनें ८०० साल तुम पे हुकूमत की तुम ७० साल की हुकूमत में हमारा निशान मिटाना चाहते हो…”दोस्तों, बिलकुल इसी तरह कश्मीर से कश्मीरी हिंदुओं का नाम ओ निशान मिटा दिया गया था। pic.twitter.com/Xm2SZJuxU9
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) March 26, 2022
फिलहाल, यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। कश्मीरी पंडितों के पलायन और उनपर हुए अत्याचार को लेकर बनाई गई फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर विवाद लगातार जारी है। वहीं, दूसरी तरफ इसे लोगों का काफी पसंद भी कर रहे हैं। तो कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो इस फिल्म को लेकर आपत्ति जता रहे हैं।
बता दें कि इससे पहले समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र प्रांत के प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी ने इस फिल्म को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि आज जिस कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर हो-हल्ला मचाया जा रहा है, वह झूठ का पुलिंदा है। अगर सरकार को दिखा है तो वह गोधरा फाइल्स दिखाए। लेकिन नहीं वह नहीं दिखाएगी, उसे तो बस धर्म के नाम पर राज करने की चाहत है।
कश्मीर फाइल्स फिल्म को अबू आजमी ने बोगस फाइल बताया है। उन्होंने कहा कि यह झूठ का पुलिंदा है। कश्मीर फाइल्स दिखाना है तो गोधरा फाइल्स भी दिखा दो। एक आरटीआई का जवाब आया है कि 30 वर्षों में कश्मीर में 1724 लोग मारे गए। मरने वालों में 89 पंडित हैं जो लगभग पांच प्रतिशत हैं। जबकि कश्मीर का मुसलमान वहां के आतंकवादियों से लड़ रहा है। कश्मीर से भागने वालों में 12 हजार मुसलमान हैं, जबकि दो लाख से अधिक पंडित हैं। यह सब सरकार की सोची-समझी साजिश है।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )