बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Election) में पार्टी को मिली हार के लिए जाट समाज के जातिवादी रवैये को जिम्मेदार ठहराया है। मंगलवार को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद मायावती ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
बसपा का वोट इनेलो को हुआ ट्रांसफर
मायावती ने कहा कि बसपा ने इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था, लेकिन नतीजों से साफ है कि जाट समाज के जातिवादी लोगों ने बसपा को वोट नहीं दिया। इससे बसपा के कई उम्मीदवार कुछ सीटों पर मामूली वोटों के अंतर से हार गए। हालांकि, उन्होंने दावा किया कि बसपा का वोट पूरी तरह से इनेलो को ट्रांसफर हुआ है।
मायावती ने उत्तर प्रदेश के जाट समाज की सराहना करते हुए कहा कि वहां के लोगों ने अपनी जातिवादी मानसिकता को काफी हद तक बदला है, जिसके परिणामस्वरूप कई जाट नेता बसपा से विधायक और मंत्री बने हैं। हरियाणा के जाट समाज को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें भी यूपी के जाट समाज के पदचिन्हों पर चलते हुए अपनी जातिवादी सोच को बदलना चाहिए।
1. हरियाणा विधानसभा आमचुनाव बीएसपी व इनेलो ने गठबंधन करके लड़ा किन्तु आज आए परिणाम से स्पष्ट है कि जाट समाज के जातिवादी लोगों ने बीएसपी को वोट नहीं दिया जिससे बीएसपी के उम्मीदवार कुछ सीटों पर थोड़े वोटों के अन्तर से हार गए, हालांकि बीएसपी का पूरा वोट ट्रांस्फर हुआ। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) October 8, 2024
मायावती ने बसपा कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने पूरे जोश और मेहनत के साथ चुनाव लड़ा, और उनकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से निराश न होने और हिम्मत बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि संघर्ष जारी रखते हुए नया रास्ता जरूर निकलेगा।
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