केंद्र सरकार द्वारा जातीय जनगणना (Caste Census) कराने के फैसले को लेकर देश की राजनीति में हलचल मच गई है। शुक्रवार को बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा और कांग्रेस दोनों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह फैसला इन दलों की मजबूरी है, न कि ओबीसी समाज के प्रति ईमानदार नीयत का परिणाम।
बहुजन समाज को अपने पैरों पर खड़ा होना होगा
मायावती ने कहा, ‘लंबे समय तक आनाकानी के बाद अब जातीय जनगणना कराई जा रही है। भाजपा और कांग्रेस दोनों इसे अपनी जीत बताकर ओबीसी हितैषी बनने की होड़ में लगे हैं। लेकिन अगर उनकी नीयत साफ होती, तो आज ओबीसी समाज देश की तरक्की में बराबरी का हकदार होता।’
2. वैसे भी कांग्रेस एवं भाजपा आदि की अगर नीयत व नीति बहुजन समाज के प्रति पाक-साफ होती तो ओबीसी समाज देश के विकास में उचित भागीदार बन गया होता, जिससे इनके मसीहा परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का ’आत्म-सम्मान व स्वाभिमान’ का मिशन सफल होता हुआ ज़रूर दिखता।
— Mayawati (@Mayawati) May 2, 2025
उन्होंने बहुजन समाज से आह्वान करते हुए कहा, ‘अब समय आ गया है कि ‘वोट हमारा, राज तुम्हारा’ की मानसिकता को खत्म किया जाए। बहुजन समाज को अब अपने पैरों पर खड़ा होना होगा। लापरवाही और ढिलाई घातक साबित हो सकती है।’
ओबीसी को हक दिलाने की सच्ची वारिस बसपा
मायावती ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस अब ओबीसी वोटों को लेकर ललायित हैं, जैसे पहले दलित वोटों को लेकर रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ये दल बहुजन विरोधी चाल चल रहे हैं और महज दिखावे के लिए ओबीसी समाज के हितैषी बनने का दिखावा कर रहे हैं।
4. अतः ’वोट हमारा राज तुम्हारा-नहीं चलेगा’ के मानवतावादी संघर्ष को सही व सार्थक बनाकर अपने पैरों पर खड़े होने का समय करीब है, जिसके लिए कोताही व लापरवाही घातक तथा भाजपा व कांग्रेस आदि पार्टियों पर दलित, ओबीसी समेत बहुजन-हित, कल्याण व उत्थान हेतु भरोसा करना ठीक नहीं है।
— Mayawati (@Mayawati) May 2, 2025
उन्होंने दावा किया कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के आत्म-सम्मान और स्वाभिमान के मिशन को केवल बसपा ही सही मायने में आगे बढ़ा सकती है। मायावती ने कहा कि ओबीसी समाज अब जागरूक हो चुका है और उसे उसका हक दिलाने की सच्ची वारिस सिर्फ बहुजन समाज पार्टी है।
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