बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने एससी/एसटी आरक्षण (SC/ST Reservation) के वर्गीकरण व क्रीमी लेयर के मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि यह मसला इन वर्गों को बांटने वाला भी है, जबकि बीएसपी जाति के आधार पर सदियों से तोड़े व सताए गए इन लोगों को जोड़कर बहुजन समाज बनाने का मानवतावादी मूवमेंट है, जिससे कोई समझौता संभव नहीं। पार्टी इस मुद्दे को लेकर अति-गंभीर है।
एससी व एसटी को बांटने की हो रही राजनीति
बसपा चीफ ने कहा कि इसको लेकर कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश व तमिलनाडु की सरकारों द्वारा मा. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले से ही जो वहाँ एससी व एसटी को बांटने की राजनीति की जा रही है वह ठीक नहीं। ख़ासकर यहाँ कांग्रेसी सरकारों का रवैया इस मामले में अति-निन्दनीय है।
2. इसको लेकर कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश व तमिलनाडु की सरकारों द्वारा मा. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले से ही जो वहाँ एससी व एसटी को बांटने की राजनीति की जा रही है वह ठीक नहीं। ख़ासकर यहाँ कांग्रेसी सरकारों का रवैया इस मामले में अति-निन्दनीय।
— Mayawati (@Mayawati) August 31, 2024
उन्होंने कहा कि बीएसपी में रहते हुए जो लोग एससी/एसटी के वर्गीकरण व क्रीमी लेयर का कांग्रेस की तरह पक्षधर होकर बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की मिशनरी सोच नहीं रखते हैं, तो उनका बीएसपी में कोई स्थान नहीं है। अर्थात् एक के स्वार्थ में बाकी पूरे बहुजन समाज के हित की उपेक्षा करना ठीक नहीं है।
4. अतः ऐसी मानसिकता के लोग यदि पार्टी को छोड़कर खुद ही चले जाते हैं या उन्हें अलग कर दिया जाता है, तो यह बीएसपी पार्टी व मूवमेन्ट के हित में उचित होगा। वैसे भी इसकी आड़ में अब कांग्रेस के इण्डिया गठबन्धन की फूट डालो, राज करो की रणनीति नहीं चलेगी। लोग सजग रहें।
— Mayawati (@Mayawati) August 31, 2024
नहीं चलेगी कांग्रेस के इंडिया गठबंधन की फूट डालो, राज करो रणनीति
मायावती ने कहा कि अतः ऐसी मानसिकता के लोग यदि पार्टी को छोड़कर खुद ही चले जाते हैं या उन्हें अलग कर दिया जाता है, तो यह बीएसपी पार्टी व मूवमेन्ट के हित में उचित होगा। वैसे भी इसकी आड़ में अब कांग्रेस के इण्डिया गठबन्धन की फूट डालो, राज करो की रणनीति नहीं चलेगी। लोग सजग रहें।
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