मेरठ (Meerut) जनपद के अकलपुरा गांव में अनुसूचित समाज और ठाकुर पक्ष में चल रहे विवाद को सुलझाने पहुंचे हेड कांस्टेबल दीपपाल सिंह (Head Constable Deep Pal Singh) की विधायक प्रतिनिधियों ने पिटाई कर दी। यही नहीं, गांव में दोबारा घुसने पर हेड कांस्टेबल को जान से मारने की धमकी तक दी गई। हेड कांस्टेबल ने थाने में मारपीट, जान से मारने की धमकी और सरकारी कार्य में बाधा डालने का केस दर्ज कराया है।
जानकारी के अनुसार, बुधवार को सरधना के अकलपुरा गांव में ठाकुर बिरादरी के लोगों की गन्ने की फसल बांधने से अनुसूचित समाज के लोगों ने इंकार कर दिया था। आरोप है कि ठाकुर बिरादरी के लोग गन्ने की फसल की बुआई की एवज में उन्हें कम रकम दे रहे थे। ठाकुर समाज के लोगों ने अनुसूचित समाज का विरोध किया। आरोप यह भी है कि सरकारी हैंडपंप से पानी भरने पर जान से मारने की धमकी दी। इतना ही नहीं, हैंडपंप का हत्था भी निकाल लिया और अनुसूचित समाज के लोगों को पशुओं के लिए चारा काटने के लिए खेतों में घुसने पर भी रोक लगा दी।
दो वर्गों के बीच हुए इस विवाद की सूचना पर सरधना थाने की सलावा पुलिस चौकी से पुलिसकर्मी अकलपुरा गांव में ज्ञान सिंह के घर पर गए थे। इस दौरान विधायक संगीत सोम के प्रतिनिधि शेखर उर्फ चंद्रशेखर निवासी कुशावली और विनोद निवासी राधना गुस्सा करते हुए गाली-गलौज करने लगे। आरोप है कि शेखर और विनोद ने हेड कांस्टेबल दीपपाल सिंह के साथ मारपीट की।
ऐसे में हेड कांस्टेबल दीपपाल सिंह ने मामले की जानकारी अन्य पुलिस अफसरों को दी। पुलिस के गांव पहुंचने से पहले ही दोनों आरोपी फरार हो गए। इसके बाद पुलिस फोर्स गांव में शांति व्यवस्था बनाकर लौट आई। शनिवार को हेड कांस्टेबल दीपपाल सिंह ने मुकदमा दर्ज करा दिया। मामले में एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि मुकदमे की जांच की जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।
उधर, भाजपा विधायक संगीत सोम का कहना है कि उनकी जानकारी में यह मामला नहीं है। वो दोनों पक्षों से बातचीत कर रहे हैं। पुलिसकर्मी की गलती होगी तो उन्हें सस्पेंड कराया जाएगा। अगर हमारे प्रतिनिधि की गलती है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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