उत्तर प्रदेश के मेरठ (Meerut) जनपद के भावनपुर में लव जिहाद (Love Jihad) के मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने आरोपी प्रॉपर्टी डीलर आरिफ (Accused Property Dealer Arif) को गिरफ्तार नहीं किया है। पुलिस का दावा है कि घटना झूठी है। वहीं, पीड़िता ने अफसरों को सबूत के तौर पर दुष्कर्म का वीडियो दिखाया, जिसमें आरोपी आरिफ और उसका दोस्त महिला से दुष्कर्म करते नजर आ रहे हैं।
मोनू बनकर महिला से मिला था आरिफ
जानकारी के अनुसार, गाजियाबाद निवासी महिला की शादी भावनपुर थानाक्षेत्र के एक गांव में हुई थी। पीड़िता ने बताया कि पचपेड़ा गांव निवासी मुस्लिम समाज के प्रॉपर्टी डीलर आरिफ ने अपना नाम मोनू बताया और शादी का झांसा देकर उसे प्रेमजाल में फंसा लिया। इसके बाद वह फोन पर महिला से बातचीत करने लगा। एक दिन वह महिला को खेत में ले गया और दोस्त के साथ मिलकर दुष्कर्म किया।
केस दर्ज होने पर दी जान से मारने की धमकी
दुष्कर्म के दौरान ही महिला को आरोपी के असली नाम का पता चला। इसके बाद सितंबर में महिला ने आरोपी प्रॉपर्टी डीलर आरिफ को नामजद करते हुए एक अन्य अज्ञात के खिलाफ थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया। इस पर आरोपित महिला को जान से मारने की धमकी देने लगे। पुलिस ने आरोप को झूठा बताकर आज तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं की है।
ऐसे में शुक्रवार को पीड़ित महिला अपने साथ हुए दुष्कर्म का वीडियो लेकर पुलिस कार्यालय पहुंची, जिसे देखकर अफसर भी शर्मसार हो गए। एसएसपी ने एसपी देहात को मामले को देखने के आदेश दिए। वहीं, इंस्पेक्टर नीरज मलिक का कहना है कि महिला ने उन्हें वीडियो नहीं दिया है। इंस्पेक्टर का कहना है कि महिला आस मोहम्मद नाम के व्यक्ति के कहने पर फर्जी मुकदमा दर्ज करा रही है।