यूपी में योगी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल की शुरूआत में ही कह दिया था कि, अब किसी भी हालत में कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वालोें के बख्शा नहीं जाएगा. इसके साथ ही ये भी कहा गया कि, जो पुलिसकर्मी ड्यूटी के प्रति लापरवाही करते हैं उन्हें भी माफ नहीं किया जाएगा. यही वजह है कि गाजियाबाद में एक थानेदार समेत दो पुलिस अफसरों को निलंबित कर दिया गया है. खबरों की माने तो एक शख्स द्वारा जिला कलेक्टरेट के बाहर आत्मदाह करने की कोशिश के मामले में ये कार्रवाई की गई है.
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, गाजियाबाद जिले में संजय नागर नाम के शख्स ने दावा किया कि 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली उसकी बेटी ‘लव जिहाद’ की पीड़ित है. पीड़ित व्यक्ति की बेटी का पता लगाने में पुलिस नाकाम रही है. इससे नाराज होकर पीड़ित पिता ने आत्मदाह करने की कोशिश की. जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ना शुरु कर दिया.
नगर पुलिस अधीक्षक (एसपी) निपुन अग्रवाल ने घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा, “ मधुबन बापू धाम थाने के प्रभारी सुनील कुमार और पुलिस चौकी प्रभारी रंजीत कुमार को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है.” उनके निलंबन का आदेश मेरठ ज़ोन के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) प्रवीण कुमार ने दिया है.
लड़की का पता लगाने में जुटी पुलिस
अधिकारियों ने बताया कि निलंबित अफसर व्यक्ति की बेटी का पता लगाने में नाकाम रहे जिस वजह से उसने आत्मदाह की कोशिश की. इस बाबत 18 अप्रैल को मधुबन बापू धाम थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. लापता लड़की का पता लगाने की कोशिश की जा रही है. लड़की का पता लगाने के लिए जिला पुलिस ने दो दलों को काम पर लगाया है
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