उत्तर प्रदेश के मेरठ (Meerut) जनपद के खरखौदा के गोविंदपुरी गांव में आरएसएस कार्यकर्ता कुलदीप त्यागी (RSS Worker kuldeep Tyagi) ने दूसरे समुदाय के लोगों पर जबरन जमीन कब्जाने और धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप लगाया है। ऐसा नहीं करने पर पलायन की धमकी दी जा रही है। पीड़ित ने एसएसपी से शिकायत करते हुए मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है। पीड़ित ने मंगलवार को थाने पहुंचकर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस आरोपियों को संरक्षण दे रही है।
गोविंदपुरी निवासी कुलदीप त्यागी ने बताया कि वह आरएसएस के बहुत पुराने कार्यकर्ता है और वर्तमान में खंड प्रचार प्रमुख हैं। उनका आरोप है कि गांव में संप्रदाय विशेष के लोग दबंगई करते हैं। गांव में कुलदीप का एकमात्र हिंदू परिवार है। आरोपी उनकी जमीन कब्जाने का प्रयास कर रहे हैं। उनका मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है।
आरएसएस कार्यकर्ता ने आरोप लगाया है कि उन पर धर्मांतरण का दबाव भी बनाया जा रहा है। पीड़ित ने बताया कि 24 अक्टूबर को आरोपी तमंचा लेकर घर में घुस गए और धमकी दी कि परिवार सहित धर्मांतरण कर लें नहीं तो 15 दिन में गांव छोड़ दें।
पीड़ित कुलदीप ने आरोप लगाया कि उन पर सलीम नाम रखने का दबाव बनाया जा रहा है। पीड़ित ने 27 अक्टूबर को एसएसपी कार्यालय पहुंचकर शिकायत की थी। मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजा। अब कुलदीप त्यागी ने हत्या होने का अंदेशा जताया है।
इस मामले में सीओ किठौर चंद्रकांत मीणा ने बताया कि इंस्पेक्टर संजय शर्मा ने आरएसएस कार्यकर्ता कुलदीप त्यागी से पूरी जानकारी ली है। थाने में समाधान दिवस लगता है। कुलदीप त्यागी ने इसकी शिकायत कभी नहीं की है। पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया है कि सरकारी जमीन पर कब्जा करने को लेकर विवाद है।