भगवान हनुमान की जाति को लेकर इन दिनों सियासी बवाल मचा हुआ है. सीएम योगी के हनुमान जी को लेकर दिए गए बयान के बाद वो सियासी दलों के साथ ही धर्मावलम्बियों के भी निशाने पर आ गए है. इसी बीच हनुमान जी की जाति की इस बहस उत्तर प्रदेश सरकार के दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री बाबूराम निषाद ने माना कि हमारे आराध्य देव हनुमान जी आदिवासी, वनवासी हैं. वह अनुसूचित जाति के थे.
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महोबा के चरखारी मेले में आयोजित हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले के समापन के बाद उत्तर प्रदेश सरकार के दर्जा प्राप्त मंत्री बाबूराम निषाद ने कांग्रेस, सपा, बसपा पर जमकर हमला बोला. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विरोध में उतरने वाले राजनीतिक दलों को लोहे के चने चबाने पड़ेंगे. देश के बहुत सारे राजनीतिक दल परिवारवादी हैं.
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दरअसल, सीएम योगी ने अलवर जिले के मालाखेड़ा में एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान भगवान हनुमान को लेकर बयान दिया था। सीएम योगी का पूरा भाषण सुनने पर पता चलता है कि उन्होंने कहा था कि बजरंगबली हमारी भारतीय परम्परा में ऐसे लोक देवता हैं, जो स्वयं वनवासी हैं, गिरवासी हैं..इसके बाद योगी रुके और आगे कहा…बजरंगबली ऐसे देवता हैं जो सबको लेकर चलते हैं, दलित, वंचित सबको जोड़ने का कार्य करते हैं, पूरब से पश्चिम को जोड़ने का कार्य करते हैं. हालांकि, वीडियो को गौर से सुनने पर स्पष्ट हो रहा है कि सीएम योगी ने भगवान हनुमान को दलित नहीं कहा था.
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