इन दिनों उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मोबाइल चोर गैंग सक्रिय है. जो शहर के बाजारों एवं भीड़भाड़ वाली मार्केट में लोगों के मोबाइल शातिर तरीके से चुरा रहा है. ये लोग इस काम को मजबूरी में नहीं कर रहे है. इस काम के लिए इन्हें बकायदा हर महीने सैलरी भी मिलती है. चोरी करने वाले लड़के मोबाइल को अपने मालिक के पास देते है और महीने भर ऐसा करने के बाद उनको 10 हजार रूपये वेतन भी मिलता है.
शहर के पीजीआई थाना क्षेत्र में हुई मोबाइल चोरियों के राजफाश के दौरान इसका पता चला. पीजीआई थाना क्षेत्र में वृंदावन कॉलोनी सेक्टर-8 स्थित सब्जी बाजार में कॉलोनी निवासी एसके दुबे, तेलीबाग निवासी रविंद्र कुमार, शोभित और पवनेश कुमार सब्जी खरीदने गए थे. इसी दौरान उनकी जेब से चोरों ने मोबाइल निकाल लिया. वहीं, बाजार में चोरी कर रहा एक आरोपी छोटू निवासी दुबग्गा को लोगों ने रंगे हाथ पकड़ लिया.
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पीड़ित एसके दुबे के मुताबिक पुलिस के सामने पूछताछ के दौरान आरोपी छोटू ने बताया कि वह एक गैंग में काम करता है. इसको चलाने वाला हर माह 10 हजार सैलरी ग्रुप में काम करने वाले लोगों को देता है. सभी लड़के मोबाइल चोरी कर उसी को देते हैं. वहीँ, पुलिस ने भी बताया कि चोरों ने चोरी के लिए सैलरी मिलने की बात कही है. पुलिस ने पीड़ितों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
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वहीं, इंस्पेक्टर पीजीआई के मुताबिक अभी यह पता नहीं चल पाया कि आरोपी किसके लिए काम करता है.
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