लखनऊ (Lucknow) में सोमवार से शुरू हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत विपक्ष के भारी विरोध और प्रदर्शन के साथ हुई। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के विधायकों ने विधानसभा गेट पर खड़े होकर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और बैनर-पोस्टरों के जरिए विरोध दर्ज कराया। पहले ही दिन सदन की कार्यवाही में अवरोध देखने को मिला, जब प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष के हंगामे के चलते स्पीकर सतीश महाना को सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा।
अनोखे अंदाज में सपा विधायकों का विरोध प्रदर्शन
सत्र की शुरुआत से पहले सपा विधायक अतुल प्रधान कांवड़ लेकर विधानसभा पहुंचे। उन्होंने प्रदेश में सरकारी स्कूलों के विलय का विरोध करते हुए इसे पिछड़े और गरीब बच्चों की शिक्षा के खिलाफ बताया। उनकी कांवड़ में एक ओर सरकारी स्कूल और बच्चों की तस्वीर थी, तो दूसरी ओर सरकारी शराब की दुकान की। वहीं, सपा विधायक सचिन यादव काले रंग की ऐसी पोशाक पहनकर आए जिस पर ‘बेरोजगारी’, ‘भ्रष्टाचार’, और ‘आत्महत्या’ जैसे शब्द लिखे थे। यह ड्रेस उन छात्रों की डिग्री पोशाक जैसी थी जो दीक्षांत समारोह में पहनते हैं, जिसे उन्होंने प्रतीकात्मक विरोध के रूप में इस्तेमाल किया।
Also Read- ‘सरकार हर सवाल का देगी जवाब…’, मानसून सत्र शुरू होने से पहले बोले सीएम योगी
सपा उठाएगी शिक्षा, बाढ़ और बिजली का मुद्दा
समाजवादी पार्टी इस सत्र में स्कूल मर्जर, बाढ़ और बिजली के निजीकरण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को प्रमुखता से उठाने की तैयारी में है। पार्टी का कहना है कि सरकार की नीतियां गरीब और वंचित वर्गों को प्रभावित कर रही हैं। सपा का आरोप है कि सरकार शिक्षा व्यवस्था को कमजोर कर रही है और निजीकरण के ज़रिए आम जनता की परेशानियों को बढ़ा रही है। अतुल प्रधान और अन्य विधायकों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह कदम सीधे तौर पर पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) वर्ग के बच्चों की शिक्षा के अधिकार पर हमला है।
सरकार का पलटवार
इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मानसून सत्र को बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि विपक्ष के हर सवाल का सार्थक और तथ्यों पर आधारित जवाब दिया जाएगा। उन्होंने विपक्ष से सदन की गरिमा बनाए रखने और गंभीर मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा की अपील की। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केपी मौर्य ने भी कहा कि सरकार पूरी तैयारी के साथ सदन में है और राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। केपी मौर्य ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘समाजवादी पार्टी शिक्षा की सबसे बड़ी दुश्मन है, सरकार कोई स्कूल बंद नहीं करेगी।’