उत्तर प्रदेश में एक के बाद गोकशी के तेजी से बढ़ते मामलों को देख प्रशासन की चिंता बढ़ती जा रही है. लेकिन इस बात को नकारा नहीं जा सकता की गोकशी के मामलों को लेकर समाज भी चिंतित है. गोकशी के मामलों में अभी तक मुस्लिम समुदाय द्वारा बहुत कुछ किया गया है, लेकिन यूपी के गाजियाबाद से सटे मुरादनगर में मुस्लिम समुदाय ने जो किया वो बहुत कम ही देखने को मिलता है. यहां मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शनिवार को गोकशी करने वालों के खिलाफ पंचायत कर नई मिसाल पेश करते हुए गोकशी करने वाले का सामाजिक बहिष्कार करने का फैसला लिया.
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मुरादनगर है हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतीक
इस पंचायत की अध्यक्षता नगर पालिका परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष भूरे चौधरी ने की, उन्होंने कहा कुछ लोग गोकशी कर क्षेत्र का माहौल बिगड़ना चाहते हैं, ऐसा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. गौरतलब है की इससे पहले भी यहां के लोग गोकशी को बंद कराने की मांग एसएसपी को पत्र लिखकर कर चुकें हैं. लेकिन उसके बाद भी यहां गोकशी की घटना सामने आती है. हाजी तौहिद हसन ने कहा कि मुरादनगर हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतीक है, सभी लोग आपस में मिलजुल कर रहते हैं. कुछ असामाजिक लोग गोकशी कर क्षेत्र का माहौल खराब करना चाहते हैं.
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दरअसल, शुक्रवार को नूरगंज कॉलोनी में पुलिस गोकशी के मामले में आरोपी को पकड़ने गई थी, जहां आरोपी पक्ष के लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर आरोपी को छुड़ा लिया था. वहां से पुलिस को बैरंग अपनी जान बचाकर लौटना पड़ा था. पुलिस टीम पर हुए हमले को देखते शनिवार को मुस्लिम समाज के लोगों ने पंचायत का आयोजन किया। गोकशी के वांछित और पुलिस टीम पर हमला करने वालों की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है, आरोपियों की पकड़ने के लिए पुलिस की तीन टीम लगी हैं.